सामयिक परिवेश हिंदी पत्रिका ने मनाया विराट ऑनलाइन अंतर्राष्ट्रीय महिला कवि सम्मेलन

मध्यप्रदेश । सामयिक परिवेश हिंदी पत्रिका के संपादक सह राष्ट्रीय सलाहकार श्याम कुंवर भारती का

श्रीराम पुकार शर्मा की कहानी : ‘दुर्बल को न सताइए, जाकी मोटी हाय’

।।’दुर्बल को न सताइए, जाकी मोटी हाय’।। सत्ता, सामर्थ्य और शक्ति प्राप्त होते ही लोग

‘पहली poetry’ का आगाज– युवाओं की आवाज

कोलकाता । दिन शनिवार के गोधूलि बेला पर ‘पहली poetry’ पटल पर प्रथम ‘युवा काव्य

भारत के भाल और मेरे भाल के बीच तुलनात्मक व्यंग्य रचना… डीपी सिंह

।।भारत के भाल और मेरे भाल के बीच तुलनात्मक व्यंग्य रचना।। बाथरूम में मचा हुआ

हरेन्द्र कुमार पांडेय की भोजपुरी पुस्तक “जुगेसर” का लोकार्पण एवं कवि सम्मेलन का आयोजन संपन्न

कोलकाता । राष्ट्रीय साहित्य अकादमी के तत्वावधान में बडा बाजार लाइब्रेरी में शनिवार को हरेन्द्र

जयशंकर प्रसाद की जयंती पर विशेष…

“हारे सुरेश, रमेस, धंस, गनेसहु, सेस न पावत पारे। जारे हैं कोटिक पातकी पुंज, ‘कलाधर’

अवसरवादी आचरण से नेताओं की विश्वसनीयता घटी- डॉ. रामनिवास ‘मानव’

हिंदीभाषा डॉट कॉम परिवार ने गणतंत्र दिवस पर कराई भव्य आभासी काव्य गोष्ठी इंदौर (मप्र)।

डीपी सिंह की रचनाएं

सेकुलर सिख इंशा अल्ला बोलकर, किये कलेजे चाक उनसे ही जा कर मिले, सिक्खी रखकर

गोपाल नेवार ‘गणेश’ सलुवा की कविता

।।श्रद्धा हो तो ऐसी।। गोपाल नेवार, ‘गणेश’ सलुवा दिल ने ये कहा आँख से दिल ने