नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जी की 125वीं जयंती – पर 26 कवियों का विराट काव्योत्सव

दर्द देश का देख रहा हूँ वही तुम्हें दिखलाऊँगा — डॉ. गिरिधर राय कोलकाता। भारत

राकेश धर द्विवेदी की कविता : धूप आज कुछ देर से निकली

।।धूप आज कुछ देर से निकली।। राकेश धर द्विवेदी धूप आज कुछ देर से निकली

पराक्रम दिवस की पूर्व संध्या पर सुभाष चंद्र बोस को काव्यांजलि समर्पित –

कोलकाता। राष्ट्रीय कवि संगम के प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. गिरिधर राय की अध्यक्षता में जिला उत्तर 24

नेताजी के जन्मोत्सव पर कवि सम्मेलन सम्पन्न

रिसड़ा : रिसड़ा विद्यापीठ एलुमनाई वेलफेयर एसोसिएशन के तत्वावधान में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के

डीपी सिंह की रचनाएं

अंग्रेज़ी अत्याचार से मचा जो हाहाकार आज़ादी का नारा ले मुखर हुए नेताजी फ़ौज का

संजय जायसवाल की कविता : हम आंखवाले

।।हम आंखवाले।। संजय जायसवाल इन दिनों आसमान में मायावी अंधेपन की चमक फैल गई है

गोपाल नेवार, ‘गणेश’ सलुवा की कविता : वरिष्ठ नागरिक

।।वरिष्ठ नागरिक।। गोपाल नेवार, ‘गणेश’ सलुवा लोग कहते हैं बड़े ही नसीब वाले होते हैं

राजीव कुमार झा की कविता : इंद्रधनुष

।।इंद्रधनुष।। राजीव कुमार झा रोज सुबह में रजत रूप लिए तुमने हर दिशा में दिखाया

ध्रुवदेव मिश्र पाषाण की कविता – कुर्सी कथा

।।कुर्सी कथा।। ध्रुवदेव मिश्र पाषाण आप बोल रहे हैं भाषा खप रही है आप छप

गोपाल नेवार, ‘गणेश’ सलुवा की कविता : इंतजार

।।इंतजार।। गोपाल नेवार, ‘गणेश’ सलुवा वक्त ने जब साथ दिया था तब बहुत कुछ पाया