हिन्दी साहित्य अकादमी, कोलकाता का होली प्रीत सम्मेलन

हावड़ा। हावड़ा के सलकिया स्थित हनुमान बालिका विद्यालय के सभाकक्ष में सोल्लास संपन्न हुई हिन्दी

बरेली : कवि सम्मेलन तथा सम्मान समारोह का आयोजन

बरेली। शुभम साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था की अध्यक्ष सत्यवती सिंह सत्या ने मशहूर शायर विनय

बच्चों की कलम से : हथौड़े की चोट से ही पत्थर को भगवान बनाया जाता है

  ।।हथौड़े की चोट से ही पत्थर को भगवान बनाया जाता है।। अंधेरी रातों के

सामयिक परिवेश मुजफ्फरपुर इकाई में काव्य गोष्ठी सह सम्मान समारोह संपन्न

रेवा रोड, मुजफ्फरपुर। बिहार दिवस पर सामयिक परिवेश मुजफ्फरपुर इकाई में काव्य गोष्ठी का सफल

डीपी सिंह की रचना

संविधान ने जन्म दी, इक अवैध सन्तान उसकी खातिर न्याय की, खोली एक दुकान खोली

1 Comments

श्री गोपाल मिश्र की रचना : ‘तपस्या इक प्रेयसी’

।।तपस्या इक प्रेयसी।। प्रश्न पर्व (तपस्वी) रूपसी तेरा लावण्य पाश! क्यूं चुरा रहा मेरे मन-चितवन

अशोक वर्मा “हमदर्द” की कहानी – “रूबी और आलोक: अधूरी मोहब्बत की मुकम्मल दास्तान”

अशोक वर्मा “हमदर्द”, कोलकाता। शहर के नामी कॉलेज में पहली बार जब आलोक ने रूबी

डॉ. आर.बी. दास की कविता : जिंदगी

।।जिंदगी।। थोड़ा थक गया हूं, दूर निकालना छोड़ दिया है, पर ऐसा नहीं है की,

बच्चों की कलम से : हे ऋतुराज! जाओ, पर जल्दी ही आना

।।हे ऋतुराज! जाओ, पर जल्दी ही आना।। हे ऋतुराज! जाओ, पर जल्दी ही आना। अपने

अशोक वर्मा “हमदर्द” की कविता : फागुन की पुरवाई

।।फागुन की पुरवाई।। अशोक वर्मा “हमदर्द” यौवन छाया आम पर, डाली-डाली झूम, फागुन आया गाँव