पुकार गाजीपुरी के दो काव्य संग्रह “शब्दों के फूल” व कलम को शोला बना के देखो” का लोकार्पण और कवि गोष्ठी का आयोजन

कोलकाता। हिन्दू स्नातकोत्तर महाविद्यालय जमानिया, गाजीपुर, उत्तर प्रदेश के सभागार में हिन्दी विभाग व सौरभ

डॉ. आर.बी. दास की कविता : खुश हूं

।।खुश हूं।। डॉ. आर.बी. दास जिंदगी है छोटी, हर पल में खुश हूं, काम में

बरेली : शुभम मैमोरियल साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था का कवि सम्मेलन सम्पन्न

बरेली। शुभम मैमोरियल साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था की अध्यक्षा सत्यवती सिंह सत्या ने कवि सम्मेलन

डॉ. आर.बी. दास की कविता : जीवन एक गणित

।।जीवन एक गणित।। डॉ. आर.बी. दास अंकगणित सी सुबह है मेरी, बीज गणित जैसी शाम,

चंद्र किरण की कविता : आतप

।।आतप।। चंद्र किरण आतप घन में है धरा, जलता जग है जान। बेचैनी अब बढ़

डॉ. आर.बी. दास की कविता : सब बढ़िया है

।।सब बढ़िया है।। डॉ. आर.बी. दास अपना दुःख दर्द छुपाने को, बस बचा एक ही

जलधारा वार्षिकोत्सव में बही कविताओं की धारा

कोलकाता। ढाकुरिया जलधारा हिंदी साहित्यिक संस्था (पंजीकृत) के तत्वावधान में संस्था के वार्षिकोत्सव और चैत्र

राजीव कुमार झा की कविता : चिंगारी

।।चिंगारी।। राजीव कुमार झा बागों के बाहर खामोश नजारा ढलती रात काली मतवाली प्यारी चिंगारी

भावनानी के व्यंग्यात्मक भाव

।।उम्मीदवार से पहले मैं मतदाता दोषी हूं।। किशन सनमुखदास भावनानी फोकट की रेवड़ियां लेता हूं

नैहाटी: अन्तर्राष्ट्रीय महिला काव्य मंच और ‘पड़ाव’ साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था का मासिक गोष्ठी एवं काव्य सम्मेलन संपन्न

नैहाटी। अन्तर्राष्ट्रीय महिला काव्य मंच नैहाटी इकाई और ‘पड़ाव’ साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था के संयुक्त