।।अभी बाकी है।।
डॉ. आर.बी. दास
गुजर रहा है उम्र,
पर जीना अभी
बाकी है,
जिन हालातों ने पटका है जमीन पर,
उन्हे उठकर जवाब देना अभी बाकी है।
चल रहा हूं मंजिल के सफर में,
मंजिल को पाना अभी बाकी है,
करने दो लोगों को चर्चे मेरी बदनसीबी पर,
खुश नसीबी का शोर मचाना अभी बाकी है।
वक्त को करने दो अपनी मनमानी,
मेरा वक्त आना अभी बाकी है,
कर रहे है सवाल मुझे जो असफल समझ कर,
उन सभी को जवाब देना अभी बाकी है।
निभा रहा हूं अपना किरदार जिंदगी के मंच पर,
पर्दा गिरते ही तालियां बजना अभी बाकी है,
कुछ नहीं गया हाथ से अभी तो,
बहुत कुछ पाना अभी बाकी है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे कोलकाता हिन्दी न्यूज चैनल पेज को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। एक्स (ट्विटर) पर @hindi_kolkata नाम से सर्च कर, फॉलो करें।