बिहार दिवस विशेष : मुझे ‘बिहारी’ कहलाने पर गर्व होता है
श्रीराम पुकार शर्मा, कोलकाता। मैं भी एक बिहार-पुत्र हूँ। मेरा यह बिहार क्षेत्र वैदिक काल
डॉ. आर.बी. दास की कविता : जिंदगी
।।जिंदगी।। थोड़ा थक गया हूं, दूर निकालना छोड़ दिया है, पर ऐसा नहीं है की,
डॉ. आर.बी. दास की रचना
जिंदगी में आधा दुःख गलत लोगों से “उम्मीद” रखने से आता है, और बाकी का
डॉ. आर.बी. दास की रचना
मंजिलों का इंतजार नहीं, सफर का मजा लीजिए, हर गुजरते पल के साथ, खुद को
डॉ. आर.बी. दास की रचना
जिंदगी में कामयाबी, हाथों की लकीरों से नहीं, मेहनत के पसीना से मिलती है। कामयाब
डॉ. आर.बी. दास की रचना : आजकल दिखावे का दौर है!
कोई कहता है धोखा हमें वक्त ने दिया, कोई कहता है धोखा हमें किस्मत ने
डॉ. आर.बी. दास की रचना
उम्मीद की ढाल लिए बैठा हूं… ऐ जिंदगी… तेरी हर चाल के लिए मैं, दो
डॉ. आर.बी. दास की कविता : बढ़ती उम्र
।।बढ़ती उम्र।। डॉ. आर.बी. दास बढ़ती उम्र खत्म कर देती है लगाव, लोगों से, चीजों
डॉ. आर.बी. दास की कविता
जब झूठे शोर मचाते हैं, तब सच्चे चुप हो जाते हैं, जब सच्चे चुप हो
कोलकाता से आगरा कैंट के बीच चलेगी कुंभ स्पेशल ट्रेन
कोलकाता : कुंभ मेले के लिए रेलवे ने फिर से एक स्पेशल ट्रेन चलाने का निर्णय