राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के तृतीय सत्र में हुआ कालिदास साहित्य में सौंदर्य और कला दृष्टि के साथ अनुसन्धान के नए आयामों पर मंथन
कालिदास साहित्य पर अनुसन्धान की नई सम्भावनाओं को तलाशें युवा- प्रो. द्विवेदी समृद्ध परम्परा रही
कालिदास समारोह में राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के द्वितीय सत्र में हुआ कालिदास साहित्य के सन्देश और उन पर शोध की नई दिशाओं पर विमर्श
जीवन के सभी पक्षों में उन्नति के सूत्र हैं कालिदास की वाणी में- प्रो. शुक्ल
अखिल भारतीय कालिदास समारोह में आयोजित राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी के प्रथम सत्र में हुआ कालिदास के युग परिवेश, संस्कृति और समकालीन प्रासंगिकता पर मंथन
शैव दर्शन और प्रत्यभिज्ञा सिद्धांत के उद्देश्य हैं व्यापक और कालिदास की वाणी पर है
डॉ. आर.बी. दास की रचना…
थोड़ा सोचूं फिर एक बात लिखूं, जज्बात लिखूं या फिर हालात लिखूं, यार के यारी
प्यार के भवर जाल में पिसती जिंदगी की कहानी : लव मैरिज की ग्यारहवीं और अंतिम किश्त
अशोक वर्मा “हमदर्द”, कोलकाता। स्नेहा और अर्जुन ने पिछले कुछ वर्षों में कई चुनौतियों का
डॉ.आर.बी. दास की कलम से…
“व्यवहार” घर का शुभ “कलश” है, और “इंसानियत” घर की “तिजौरी” है! “मधुरवाणी” घर की
डॉ. आर.बी. दास की रचना : जो दिल कहे
।।जो दिल कहे।। डॉ. आर.बी. दास जिंदगी में कोई साथ दे या ना दे, मगर
दुर्गापुर हिंदी भाषा मंच पश्चिम बंगाल राज्य स्तरीय युवा सृजनात्मक लेखन प्रतियोगिता
दुर्गापुर। दुर्गापुर हिंदी भाषा मंच पश्चिम बंगाल राज्य स्तरीय युवा सृजनात्मक लेखन प्रतियोगिता का आयोजन
डॉ. आर.बी. दास की कविता
बातों में नादानियां होती है मेरी, पर मैं नादान नहीं, हां कमियां भी है मुझमें
प्यार के भवर जाल में पिसती जिंदगी की कहानी : लव मैरिज, दसवीं किश्त
अशोक वर्मा “हमदर्द”, कोलकाता। अर्जुन की नई नौकरी और बैंड की सफलता ने उसके जीवन