कहता है श्याम कुमार राई “सलुवावाला’

।।मेरे देश की कुर्सी।।  आजकल मेरे देश की कुर्सी थरती से भी अधिक उपजाऊ हो

साहित्य संगम संस्थान नई दिल्ली ने कलावती करवा को विद्या वाचस्पति मानद उपाधि से किया सम्मानित

जबलपुर । साहित्य संगम संस्थान (रजि.) नई दिल्ली द्वारा जबलपुर मध्यप्रदेश की होटल दत्त रेजीडेंसी

डीपी सिंह की कुण्डलिया

निसि दिन माया-योग से, लगते नाना रोग वहीं रोग के भोग से, मुक्त कराता योग

डीपी सिंह की रचनाएं

हम तो जनसंख्या अपनी घटाते रहे और वो लश्कर पॅ लश्कर बनाते रहे धूर्त सत्ता

आगजनी की सजा उम्रकैद!!

विनय सिंह बैस, नई दिल्ली । बहुत समय पहले की बात है। तब मैं शायद

लक्ष्मीबाई के बलिदान की याद में उनकी पुण्य तिथि पर बही ओजपूर्ण काव्य धारा

कोलकाता । राष्ट्रीय कवि संगम, पश्चिम बंगाल द्वारा रानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि पर उनके बलिदान

डी.पी. सिंह की रचनाएं

घर का दायित्व, कमज़ोर होने न दे कष्ट हो, पर पिता को वो रोने न

संत श्री कबीर दास जयंती समारोह मे साहित्य श्री सम्मान पत्र दिए गए

उज्जैन । राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना, उज्जैन एवं कांनफ्लुएंस कॉलेज ऑफ हायर एजुकेशन, राजनांदगांव छत्तीसगढ़ के

डी.पी. सिंह की रचनाएं

विपक्ष चरितम् आओ! भारत बन्द कराएँ शान्ति, विकास, प्रगति से खेलें, जाति धर्म का ज़हर

डी.पी. सिंह की रचनाएं

धर्म-निरपेक्षता के सिरे पर खड़े कैसे ज़िद पर अड़े हैं ये चिकने घड़े मालिकी की