नवरात्रि के ये 9 उपाय बनाएंगे आपको करोड़पति!
1) नवरात्रि के दिनों में हर नौ दिन हनुमान जी को पान का बीड़ा
इस नवरात्रि पर क्या करें और क्या नहीं तो होगा बहुत ही शुभ!
वाराणसी। इस बार 03 अक्टूबर 2024, दिन गुरुवार से शारदीय नवरात्रि का प्रारंभ हो गया
नवरात्री के नौ दिन माँ के अलग-अलग भोग
वाराणसी। नवरात्री के नौ दिन माँ को अलग-अलग भोग लगाए जाते हैं, जानिए क्या है।
मां दुर्गा को अर्पित करें इनमें से कोई भी एक फूल, माता रानी होंगी प्रसन्न!
वाराणसी। मां दुर्गा का आगमन हो चुका है। ऐसा कहा जाता है कि जो व्यक्ति
जाने 9 औषधियों के पेड़ पौधे जिन्हें नवदुर्गा कहा गया है
(1) शैलपुत्री : (हरड़) कई प्रकार के रोगों में काम आने वाली औषधि हरड़ हिमावती
आश्विन शरद् नवरात्र 03 अक्तूबर गुरुवार से प्रारंभ होंगे और इस बार डोली पर सवार होकर आएगी मां दुर्गा
वाराणसी। घट स्थापना/कलश स्थापना, ज्योति प्रज्वलन करें तथा देवी दुर्गा जी की साख लगाने के
पितृ विसर्जन, अमावस्या तिथि का श्राद्ध, सर्वपितृ श्राद्ध एवं श्राद्ध पक्ष समाप्त 02 अक्तूबर बुधवार को
वाराणसी। पितृ पक्ष में पितृ धरती पर परिजनों से मिलने आते हैं। आश्विन माह की
पितृपक्ष में कैसे करें पिंडदान और तर्पण, जानिए श्राद्ध कर्म की विधि!
वाराणसी। पितृ तर्पण पिंड़दान विधि- पितृपक्ष या श्राद्ध पक्ष का प्रारंभ भाद्र पूर्णिमा से होता
ब्राह्मण भोज कब से शुरू हुआ…?
वाराणसी। विष्णु पुराण में एक कथा मिलता है, एक समय सभी ऋषियों की एक पंचायत
घर के पितर रुष्ट होने के लक्षण और उपाय
वाराणसी। बहुत जिज्ञासा होती है आखिर ये पितृदोष है क्या? पितृदोष शांति के सरल उपाय