छठ पूजा : एक प्रकृति और लोक श्रद्धा का महापर्व

रूपेश मिश्रा, पटना। छठ पूजा भारतीय संस्कृति का एक विशेष पर्व है, जिसे मुख्य रूप

वैश्विक छठ महापर्व 5-8 नवंबर 2024- विश्वास श्रद्धा और प्रकृति के प्रति आभार व सूर्य देव और छठ मैया को समर्पित महापर्व

छठ पूजा से स्वास्थ्य व समृद्धि की प्राप्ति होने की पौराणिक मान्यता है पौराणिक मान्यता,

छठ पूजा विशेष : “उगहूँ सुरुज देव अरग के बेर”

श्रीराम पुकार शर्मा, हावड़ा। स्वच्छता और प्रकाश से संबंधित ‘पंच दिवसीय दीपावली पर्व’ की पूर्णता

डॉ. आर.बी. दास की कलम से- दीपावली

डॉ. आर.बी. दास, पटना। दीपावली को दिवाली के नाम से भी जाना जाता है। जिसका

दिवाली पूजा में माता लक्ष्मी का कौन सा चित्र रखें, भूलकर भी इस चित्र की पूजा न करें

वाराणसी। माता लक्ष्मी के कई रूप है। उत्तर भारत और दक्षिण भारत में देवी लक्ष्मी

दिवाली की रात में कहां-कहां दीपक लगाने चाहिए?

वाराणसी। दीपावाली की रात में निम्न स्थानों पर जरूर से दीपक जलाए। (1) पीपल के

दिवाली की रात में करें ये 7 अचूक उपाय तो हो जाएंगे मालामाल, मिलेगी माता लक्ष्मी की कृपा!

वाराणसी। कार्तिक मास के अमावस्या की रात को दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन

धनतेरस : जानिए इसकी पौराणिक कथा

डॉ. आर.बी. दास पटना। स्कंद पुराण के अनुसार समुद्र मंथन में भगवान धन्वंतरि के जन्म

अकाल मृत्यु से बचने के लिए धनतेरस पर कितने, कहां और किस दिशा में जलाएं दीपक

वाराणसी। कार्तिक मास के कृष्‍ण पक्ष की त्रयोदशी पर धनतेरस का पर्व मनाया जाता है।

दिवाली को लेकर असमंजस का भाव खत्म, जानिए सही तारीख और शुभ मुहूर्त के साथ

वाराणसी। दिवाली एक ऐसा त्योहार है जो संध्याकाल यानी प्रदोष काल और रात्रिकाल में मनाया