भावनानी के भाव : मां की ममता
।।मां की ममता।। किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र मां की ममता मिलती है सब को
हिंदी विभाग, कलकत्ता विश्ववविद्यालय एवं कोल इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन
विषय- हिंदी और भारतीय साहित्य स्थान- मेघनाद साहा सभागार, राजाबाजार साइंस कॉलेज, कोलकाता कोलकाता। देश
भावनानी के भाव : हम भारतीय संस्कृति से बहुत प्यार करते हैं
।।हम भारतीय संस्कृति से बहुत प्यार करते हैं।। किशन सनमुख़दास भावनानी सबको प्यार का मीठा
नीलांबर द्वारा कविता जंक्शन का आयोजन संपन्न
देशभर से आए कवियों द्वारा किया गया कविता पाठ मई दिवस के अवसर पर आयोजित
अशोक वर्मा “हमदर्द” की कहानी : आज भी शर्मिंदा हूं
अशोक वर्मा “हमदर्द”, कोलकाता। विजया दशमी का दिन था, इस शुभ अवसर पर पिताजी मिठाई
रानी बिड़ला गर्ल्स काॅलेज में संगोष्ठी का आयोजन
कोलकाता। रानी बिड़ला गर्ल्स कॉलेज के हिंदी विभाग की ओर से ‘भाषा विज्ञान और हिंदी
विश्व फलक पर भारतीय सन्तों के योगदान पर राष्ट्रीय संगोष्ठी सम्पन्न
उज्जैन। राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना के बाइसवें स्थापना दिवस पर विश्व फलक पर भारतीय संतों का
बरेली : काव्यगोष्ठी में बही रस की धारा
सुनों धरा पर रहने वालों धरती माता बोल रही हूँ जैसी कविताओं से सभागार गूंज
भावनानी के भाव : मौत का मूल्यांकन
।।मौत का मुल्यांकन।। किशन सनमुख़दास भावनानी मैंने भी सोचा हम तो यूं ही जिंदगी जिए
भावनानी के भाव : बच्चों में ईश्वर अल्लाह बसते हैं
।।बच्चों में ईश्वर अल्लाह बसते हैं।। किशन सनमुख दास भावनानी घर की चौखट चहकती है