बिनोद कुमार रजक की कविता : कोरोना का कटघरे में साक्षात्कार 

कोरोना आप कटघरे में आ गए क्या कहना है? कैसा महसुस कर रहे हैं? सवाल

समझ नहीं आती लगती खूबसूरत ( व्यंग्य ) : डॉ. लोक सेतिया 

आपने महाभारत सीरियल देखा या नहीं , कुछ देखते हैं कुछ नहीं देखते हैं जो

रूपेश कुमार की कविता : यूं गरीबी का मज़ाक ना बनाओ

” यूं गरीबी का मज़ाक ना बनाओ मुट्ठी भर अनाज देकर फ़ोटो ना खिंचवाओ ।।

मंगू की व्यथा… (व्यंग्य कथा) : विनय कुमार

सुबह-सुबह अखबार में खबर छपी थी, जिसमें सरकार ने घोषणा की है कि लॉकडाउन के

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UGC NET हिंदी विषय की तैयारी कैसे करें

UGC NET के लिए हिंदी विषय का परीक्षा पैटर्न किसी भी परीक्षा के लिए परीक्षा

अजय तिवारी “शिवदान” की कविता : प्रकृति से वार्तालाप

मैंने पूछा प्रकृति से कि क्यों कुपित हो गई हो? मुझको जवाब मिला , मानव

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मनोज कुमार रजक की कविता : यह कैसी घड़ी आई?

धरती पर यह कैसी घड़ी आई है, चारों तरफ पसरा है सन्नाटा, किसे अभी यहाँ

संचिता सक्सेना की कविता : क्या एक मात्र समाधान था ?

खुद को मार के मर तो जाओगे, क्या अपनी मजबूरियां मार पाओगे, तेरे पीछे उन