डॉ. आर.बी. दास की कविता : कौन हूं मैं

।।कौन हूं मैं।।
डॉ. आर.बी. दास

कभी लगता है शोर हूं मैं,
कभी लगता है मौन हूं मैं,
ये समझ नहीं आ रहा आखिर
कौन हूं मैं,
कभी लगता है मुस्कुराहट हूं मैं,
कभी लगता है घबराहट हूं मैं,
खुद को रोज तलाशु आखिर,
कौन हूं मैं,
कभी लगता है मंजिल को पाने की राह हूं मैं,
कभी लगता है आसमान को छूने की चाह हूं मैं,
जिंदगी के सफर में ये नहीं समझ आ रहा आखिर,
कौन हूं मैं…!!

Dr. R.B. Das
Adv. supreme court,
Advisor (UGC)
National Sec.
SC/ST commission

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