ज्ञान, सृजन और कला का संगम है हिंदी मेला
कोलकाता : सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन द्वारा आयोजित 26वें हिंदी मेले के तीसरे दिन चित्रांकन, कविता
सृजन के संकल्प के साथ सात दिवसीय हिंदी मेला का भारतीय भाषा परिषद में उद्घाटन
कोलकाता : आज भारतीय भाषा परिषद में कोरोना के अनुशासन का पालन करते हुए सात
अर्चना पांडेय की कविता : “आईना”
“आईना” आईना तुम हर बार झूठ बोलते हो , तुम्हारा तो टूट जाना ही अच्छा
अनमोल रिश्ता (लघुकथा) : गोपाल नेवार, ” गणेश”
कॉलोनी में नये आए पड़ोसी ने रामबदन जी से जिज्ञासा किया – ” मैं कई
“एक टुकड़ा आसमान” : (कहानी) :– श्रीराम पुकार शर्मा
पुरानी पीढ़ी के निर्बल और दुर्बल लोग नई पीढ़ी से कुछ प्यार पाने की तमन्ना
अर्जुन तितौरिया की कविता : आज का कुरुक्षेत्र
*आज का कुरुक्षेत्र* वो कहते हैं हार मानलो हे अर्जुन मैं कहता हूं हार, अभी
किडनी (लघुकथा) : हीरा लाल मिश्र
दोनों फल-विक्रेता शेख अख्तर और मोहन सिंह अपने-अपने ठेलों पर तरह-तरह के फल लादकर बस
नीलांबर कोलकाता का वार्षिकोत्सव लिटरेरिया 2020 सफलातापूर्वक सम्पन्न
कोलकाता : कोलकाता की साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था नीलांबर का वार्षिकोत्सव लिटरेरिया 14 से 20 दिसंबर 2020
डॉ रश्मि शुक्ला की कविता : “सांता क्लाज़ की आभिलाषा”
“सांता क्लाज़ की आभिलाषा” नया साल में नए निर्माण में सबको नये संकल्प लेना चाहिये।
गोपाल नेवार की कविता : “आहत पिता”
“आहत पिता” *********** सभी पिता की भांति आशा की किरण मेरे मन-प्रांतर में भी फूटी-