एशियन लिटरेरी सोसाइटी द्वारा महफ़िल-ए-सुखन मुशायरा 2021 का आयोजन

हाल ही में, एशियन लिटरेरी सोसाइटी ने नई दिल्ली में  महफ़िल-ए-सुखन मुशायरा 2021 का आयोजन

डीपी सिंह की रचनाएं

*देश के दीमक* देश में दीमकों की बड़ी खान है नींव ही चट करें, जिनका

तिरंगा काव्य मंच का 14वां मासिक ऑनलाइन कवि सम्मेलन एवं मुशायरा सम्पन्न

राम पुकार सिंह “पुकार” गाजीपुरी, कोलकाता : तिरंगा काव्य मंच का 14वां मासिक ऑनलाइन कवि

पारो शैवलिनी की कविता : यही सच है

यही सच है यही सच है, कि- जिन्दगी है तो मौत भी होगी। फिर, मौत

श्रीराम पुकार शर्मा की कहानी : सिसकती मानवता

सिसकती मानवता शाम के लगभग साढ़े चार या पाँच बजे का वक्त रहा होगा। शहर

डीपी सिंह की रचनाएं

*विपक्षी राजनीति* बोल कर झूठ जनता को भरमाइये ऐड देकर सियासत को चमकाइये और उठने

नीक राजपूत की कविता : अंधश्रद्धा

अंधश्रद्धा अंधश्रद्धा जिसके नाम के आगे भी अंध, आता है उनमें में श्रद्धा कैसी आज

श्रीराम पुकार शर्मा की कहानी : पानी रे! तेरा रंग कैसा?

पानी रे! तेरा रंग कैसा? पंडित कैलाशनंदन जी कुछ दिन पूर्व ही अपनी सेवा से

डीपी सिंह की रचनाएं

*मुक्तक* इंसान पहले सा कहाँ अब काफ़िलों में है तौबा! वबा का ख़ौफ़ कितना अब