समाज का आईना है संजय “अमान” की पुस्तक “पैबंद”

काली दास पाण्डेय, मुम्बई : संजय “अमान” एक संवेदनाओ के कवि लेखक और पत्रकार हैं पिछले ३० वर्षो की अपनी लेखन यात्रा में उन्होंने अपनी कलम के माध्यम से देश की सेवा करते हुए समाज के हर वर्ग के लिए बड़ी मुखरता के साथ आवाज़ उठाई है। संजय अमान की नवीतम कृति ‘पैबंद’ काव्य पुस्तक अपने प्रकाशन के दिन से ही हिंदी साहित्य जगत में काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। बड़े बड़े साहित्यकारों ने अपनी अपनी विभिन्न प्रतिक्रियाएं इस काव्य पुस्तक को ले कर व्यक्त किया और लिखा है। उन्होंने अपनी काब्य पुस्तक ‘पैबंद’ को समाज का आईना के रूप में पेश किया है और संदेश दिया है कि बस लड़ना है अँधेरे से उजाले के लिए, यह अन्धकार से प्रकाश की संदेशात्मक लड़ाई ही जीवन की सच्ची लड़ाई है जो अनवरत आदिकाल से चल रही है और कभी खत्म होने वाली नहीं है।

लेखक संजय “अमान”

बहुमुखी प्रतिभा के धनी संजय ‘अमान’ का जन्म 1अप्रैल सन 1978 को चौरीचौरा जिला गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) में रमाशंकर विश्वकर्मा के घर हुआ। शिक्षा बलरामपुर शहर में हुई है। बहुत ही कम उम्र से ही लेखनी और काव्य विद्या से जुड़े संजय ‘अमान’ जी ने मात्र 16 वर्ष उम्र में ही अपना खुद का साप्ताहिक अखबार ”किंग टाइम्स” शुरू किया था। महानगर मुम्बई में रह कर साहित्य, कला, सिनेमा, पत्रकारिता में अपनी सक्रिय भूमिका निभाते हुए कलम के माध्यम से देश और समाज की सेवा कर रहे हैं। मीडिया में रह कर इन्होने बहुत सी विज्ञापन फिल्मों और वृत्तचित्र का निर्माण कार्य के साथ-साथ बहुत सी बड़ी और छोटी बजट की फिल्मो का प्रचार प्रसार का काम भी किया है।

संजय अमान का परिचय बहुत लंबा है जितना लिखा जाए कम है। उन्हें बहुत से सरकारी और गैर सरकारी सम्मान मिल चुके हैं जैसे – महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी का संत नाम देव सम्मान (2018-2019 ), मराठा मंदिर साहित्य शाखा द्वारा ”अटल श्री साहित्य सेवा सम्मान 2019, छत्रपति शिवाजी सम्मान, युगप्रवर्तक साहित्य संस्थान द्वारा ”डॉ. गिरिजा शंकर द्रिवेदी पत्रकारिता सम्मान”, पराज स्पर्श द्वारा उत्कृष्ट काव्य लेखन के लिए ”पराज सर्वोत्तम सम्मान”, राइटर्स एंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा ”काव्य भूषण सम्मान”, श्री विश्वकर्मा विकास समिति द्वारा ”काव्य रत्न सम्मान”, ज्ञानोदय साहित्य संस्था कर्नाटक द्वारा, ”ज्ञानोदय साहित्य भूषण सम्मान”, कृष्णा क्रिएशन द्वारा ”गौरव सम्मान”, श्री विश्वकर्मा समिति कलीना द्वारा ”समाज गौरव सम्मान”, शिव साई मित्र मंडल द्वारा ”समाज भूषण सम्मान” इत्यादि विभिन्न सामाजिक, साहित्यिक संस्थानों द्वारा संजय “अमान” को सम्मानित किया गया है। उनकी लिखी काव्य पुस्तक ”पैबंद” का तीसरा संस्करण का प्रकाशन मुम्बई हिंदी साहित्य अकादमी के द्वारा किया जा रहा है।

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