पटना । बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अपने आधिकारिक स्टैंड रोड बंगले से राबड़ी देवी के 10 सर्कुलर रोड आवास में शिफ्ट हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार, मंगलवार की रात उन्होंने शिफ्ट किया, क्योंकि वह राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के करीब रहना चाहते हैं, ताकि पार्टी के भीतर वह राजनीतिक विरोधियों की पहचान कर सकें। तेज प्रताप यादव पर 22 अप्रैल को ‘दावत-ए-इफ्तार’ पार्टी के दौरान राजद के युवा विंग के अध्यक्ष रामराज यादव के साथ मारपीट करने का आरोप है। रामराज यादव ने तेज प्रताप यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की धमकी दी है।
दूसरी ओर तेज प्रताप यादव ने दावा किया कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, एमएलसी सुनील कुमार सिंह और तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय सिंह उनके खिलाफ साजिश कर रहे हैं। युवा नेता की पिटाई का आरोप उनकी साजिश का ही एक हिस्सा है। फिलहाल संजय सिंह राबड़ी देवी के घर में रह रहे हैं। जगदानंद सिंह और सुनील सिंह भी नियमित रूप से 10 सर्कुलर रोड पर जाते हैं। तेज प्रताप यादव के वहां जाने से संजय सिंह, जगदानंद सिंह और सुनील सिंह के साथ टकराव की संभावना बनी हुई है।
इसके अलावा, अगर रामराज यादव उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हैं, तो पटना पुलिस के लिए तेज प्रताप यादव को पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास से गिरफ्तार करना मुश्किल होगा। क्योंकि वर्तमान में राबड़ी देवी बिहार विधान परिषद में विपक्ष की नेता हैं और तेजस्वी यादव बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता हैं। दोनों ही संवैधानिक पद पर हैं।
बुधवार को रामराज यादव ने कहा, हम तेज प्रताप यादव के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए राजद शीर्ष नेतृत्व की प्रतीक्षा कर रहे हैं। यदि वे एक या दो दिन में कार्रवाई नहीं करते हैं, तो मैं उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने पुलिस के पास जाऊंगा। मैं एक यादव का बेटा हूं और मैं इज्जत से कभी समझौता नहीं कंरूगा।