गुनाहगार का क़त्ल, इंसाफ़ का जनाज़ा

जो दवा के नाम पे ज़हर दे , उसका क़ातिल ही उसका मुंसिफ़ है ,

ज़िंदगी से खिलवाड़ कब तक

शायद अभी भी देश की सरकार राज्यों की सरकारों को समस्या की जड़ तक पहुंचने

जाने कहां खो गए ऐसे लोग

नहीं आज उनका किसी का भी कोई जन्म दिन नहीं है न ही उनकी निजि

क्या आप जानते हैं, विचार करें ।।

नामुमकिन कुछ भी नहीं है अच्छे दिन लाना भी मुमकिन था मगर अच्छे दिन लाने

ख़ुदकुशी पर गंभीर चिंतन

क्या आप भी कहोगे कायर लोग ख़ुदकुशी करते हैं क्या आप हौंसला रखते हैं जान

रोजगार विहीन बिहार और पलायन

इस बार के 2020 बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्य मुद्दा “रोजगार विहीन बिहार और पलायन

सावधान ये पोस्ट मत पढ़ना परेशान हो जाओगे

आज इक पोस्ट पर सवाल किया गया था एलोपैथिक दवाओं के साइड इफेक्ट्स क्यों होते

रौशनी नज़र मंज़र उजाला और तलाश में भटकते हम लोग 

आज शुरुआत करते हैं इंसान के इंसान को समझने से और चर्चा करेंगे भगवान तक

वो रामगढ़ था ये लालगढ़ ….!! 

यादों के जनरल स्टोर में  कुछ स्मृतियां स्पैम फोल्डर में  पड़े रह कर  समय के 

अच्छी सच्ची जनता की नाकाबिल झूठी सरकार

ये सवाल कभी शायद खुद आपने भी अपने आप से किया हो। यूं ये सवाल