शंकर दास की कविता- जल : मेरी पुकार सुनो
जल : मेरी पुकार सुनो मुझे व्यर्थ ना करो हम से ही जीवन संसार है,
गोपाल नेवार ‘गणेश’ सलुवा की कविता- उम्र ने बूढ़ा बना दिया
उम्र ने बुढ़़ा बना दिया बीते दिनों की देखकर तस्वीर को विश्वास नहीं हो रहा
रजनी मूंधड़ा की कविता “दुर्गा पूजा मत करो”
“दुर्गा पूजा मत करो” ये आह्वान ये शंख ध्वनि पुष्पांजलि मंत्र, पूजा, अर्चन, वंदन, ये
सबिता शाह की कविता
सबिता शाह की कविता जब मिलेगी एक और जिंदगी, तुझे किस्मत में लिखाकर लायेंगे! तुझे
बांग्ला कवि सुनील माझी की कविता
बांग्ला कवि सुनील माझी की कविता वन मल्लिका किस जतन से तुमने खुद को इतना
सबिता शाह की कविता
सबिता शाह की कविता अच्छा होता है…. तन का काला होना। आपको नजर नहीं लगती।
बांग्ला कवि सुनील माझी की कविता माधवीलता
बांग्ला कवि सुनील माझी की कविता माधवीलता अभी भी साथ हो, आई और गई कितनी
Howrah: हावड़ा स्थित रेलवे के सभागार में ‘साहित्योदय’ कोलकाता इकाई की कवि गोष्ठी
‘चुराकर नजर से नजर देखते हो, पिला के मोहब्बत असर देखते हो’ कवियों ने काव्य
रीमा पांडेय की कविता : श्रद्धासुमन
श्रद्धासुमन श्रद्धासुमन करो स्वीकार हरो हमारे सारे विकार स्मृतियों में बसने वाले हे पूर्वज! तेरा
हिंदी की युवा कवयित्री वंदना जैन से साक्षात्कार…
युवा कवयित्री वंदना जैन मुंबई में रहकर काव्य साधना में निरंतर संलग्न हैं। इनका हाल