अनिंदिता शासमल के प्रथम कविता संग्रह ‘आयशा सोनालीर स्कूल’ का हुआ समारोहपूर्वक लोकार्पण
तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : प्रख्यात शिक्षिका, बाचिक कलाकार, संचालिका, कवयित्री, लेखिका अनिंदिता शास्मल की
पुण्यतिथि पर याद किए गए क्रांतिकारी शहीद मदन लाल ढींगरा
राष्ट्रीय कवि संगम हुगली ज़िला इकाई द्वारा महान स्वतंत्रता सेनानी मदन लाल ढींगरा को काव्यांजलि
गुरु को समर्पित सुजाता चौधरी की कविता
मिल जाए गुरु की चरण, मिटे वक्ष के पीर । आए प्रभु आपके शरण, व्याकुल
सुधीर सिंह की कविता
सपने लिए आँखों मे आ गया इक शहर में ढूंढता रहा जिंदगी जी रहा हूँ
गोपाल नेवार, ‘गणेश’ सलुवा की कविता : गोरखा
।।गोरखा।। गोपाल नेवार, ‘गणेश’ सलुवा सीमाओं की रक्षक है गोरखा दुश्मनों के दुश्मन हैं गोरखा,
डीपी सिंह की रचनाएं
सौदा छोड़ कर तरुवर, लता, वन-बाग, उपवन, मञ्जरी गाँव की ताज़ा हवा, चौपाल, घर की
कहता है – श्याम कुमार राई ‘सलुवावाला’
।।गम से कैसा नाता है।। वक्त बेवक्त वो शख्स यूं ही नहीं गाता है दर्द
डीपी सिंह की रचनाएं
।।महाराष्ट्र स्पेशल।। लालच में तो जयचन्द बने, बेच दी हया अब नाम नगर का है
डीपी सिंह की रचनाएं
पूरा घर-परिवार जहाँ खोया था जग की माया में पालन सृजन सुरक्षा सबको मिली वहाँ
कहता है श्याम कुमार राई “सलुवावाला’
।।मेरे देश की कुर्सी।। आजकल मेरे देश की कुर्सी थरती से भी अधिक उपजाऊ हो