डॉ. आर.बी. दास की कलम से

।।मोहब्बत का अखबार आया है।। डॉ. आर.बी. दास सुबह सबेरे आंखों की दहलीज पर आया

डॉ. आर.बी. दास की कलम से

।।दर्द।। डॉ. आर. बी. दास कभी साथ बैठिए… तो कहूं कि दर्द क्या है… अब

डॉ. आर.बी. दास की कलम से

।।कहीं खो गया हूं।। डॉ. आर.बी. दास कहीं खो गया हूं इसलिए खुद को ढूंढने

डॉ. आर.बी. दास की कलम से…

।।रह गए।। डॉ. आर.बी. दास कुछ कहना चाहते थे हम, लफ्ज मुंह में ही रह

डॉ. आर. बी. दास की कलम से…

जानता हूं कि… कुछ कमियां तो है मुझमें भी, क्योंकि मैं कोई भगवान नही, गर

महाशिवरात्रि विशेष : साल में दो बार महाशिवरात्रि मनाया जाता है

डॉ. आर.बी. दास, पटना। हिंदू मान्यताओं के अनुसार साल में दो बार महाशिवरात्रि मनाया जाता

द्रौपदी का पांच नही एक ही पति था युधिष्ठिर

डॉ. आर. बी. दास, पटना। कौन कहता है कि द्रौपदी के पांच पति थे 200

मां सरस्वती की पूजा आज

डॉ. आर.बी. दास, पटना। हिंदू मान्यताओं के अनुसार आज के दिन विद्या, संगीत और कला

डॉ. आर.बी. दास की रचना : खुद को खो दिया हमने

खुद को खो दिया हमने, अपनो को पाते पाते, लोग कहते हैं हम मुस्कुराते बहुत