पार्थ को फिर नहीं मिली जमानत, रहना होगा जेल में, कहा : नियुक्ति में मंत्री की भूमिका नहीं होती

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार राज्य के पूर्व शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी को एक बार फिर जमानत नहीं मिली। गुरुवार को उन्हें एक बार फिर अलीपुर कोर्ट में पेश किया गया। वहां से न्यायाधीश ने उन्हें और दो हफ्तों तक प्रेसीडेंसी जेल में ही रखने का आदेश दिया है। उनके साथ 12 और लोगों को कोर्ट में पेश किया गया था। उन सभी को 16 मार्च तक जेल में ही रहना होगा।

न्यायालय से बाहर निकले पार्थ चटर्जी ने एक बार फिर दावा किया कि वह नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में संलिप्त नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नियुक्ति में मंत्री की कोई भूमिका नहीं होती। इसके अलावा प्रेसिडेंसी सेंट्रल जेल में ही बंद कुंतल घोष ने आरोप लगाया था कि जेल में पार्थ चटर्जी ने उन्हें मानसिक तौर पर प्रताड़ित किया है और डांटा ड़पटा है। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह किसी कुंतल को नहीं पहचानते।

उल्लेखनीय है कि कोर्ट में पेशी के लिए ले जाते समय उन्होंने तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम में से मेघालय में तृणमूल के बेहतर प्रदर्शन की सराहना की थी। उन्होंने कहा कि तृणमूल का अस्तित्व कोई नहीं खत्म कर सकता। पार्टी लगातार आगे विकसित होगी।

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