केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आईआईएम उदयपुर में संभाला विजिटिंग प्रोफेसर का दायित्व

उदयपुर। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने आईआईएम उदयपुर में विज़िटिंग प्रोफेसर का दायित्व निभाते हुए छात्रों को पढ़ाया और साथ ही रिसर्च और ट्रेनिंग से संबंधित दो शैक्षणिक गतिविधियों में भी हिस्सा लिया। एचआर क्षेत्र में आईआईएम उदयपुर में पूर्णकालिक संकाय सदस्य प्रोफेसर कुणाल कुमार ने उन्हें गेस्ट फेकल्टी के रूप में आईआईएम उदयपुर में आमंत्रित किया था। स्मृति ईरानी ने ‘द नेसिसिटी एंड पिटफॉल्स ऑफ रैंकिंग मैनेजमेंट इंस्टीट्यूशंस – द एनआईआरएफ एक्सपीरियंस’ पर एक शोध भी प्रस्तुत किया।

इस शोध को पूरा करने में स्मृति ईरानी मुख्य लेखक के रूप में जुड़ी हैं और सह-लेखक के रूप में प्रोफेसर कुणाल कुमार (आईआईएम उदयपुर) और प्रोफेसर सुशांत मिश्रा (आईआईएम बैंगलोर) जुड़े रहे हैं। अपने शोध में वे एक ऐसे नेशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क के महत्व का पता लगाते हैं जो भारत की विशाल विविधता (क्षेत्रीय और भाषाई विविधता) का ख्याल रखता है और सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित लोगों की देखभाल करने के लिए संस्थानों को पुरस्कृत करता है। शोध पत्र की प्रस्तुति में फ्रेमवर्क की जरूरत और इसके उद्देश्यों तथा इसकी वर्तमान चुनौतियों को स्पष्ट किया गया।

इसी दौरान 1 मार्च 2023 को केंद्रीय मंत्री ने एमबीए प्रोग्राम के छात्रों के लिए एचआर वर्ग के लिए ‘जॉब एनालिसिस’ विषय पर एक सेशन भी लिया। उन्होंने आईआईएम उदयपुर के प्रमुख एमबीए प्रोग्राम के कोर कोर्स ‘ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट’ में तीन बैक-टू-बैक सत्र (प्रत्येक 75 मिनट का) लिया। ईरानी ने केस मेथड के माध्यम से एमबीए की कक्षा में भाग लिया जिसमें उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के मामले ‘क्लबमेड’ पर चर्चा की। उन्होंने कक्षा को चार मुख्य बिंदुओं पर केंद्रित किया – करो, चर्चा करो, वाद-विवाद करो और विचार-विमर्श करो।

सेशन के आखिर में विद्यार्थियों ने एक मंत्री के जॉब का एनालिसिस किया। प्रोफेसर कुणाल और प्रो. सुरजीत, जिन्होंने सत्रों में भाग लिया, सभी ने स्मृति ईरानी की शिक्षण शैली की प्रशंसा की। उनके अनुसार, कक्षाएं व्यावहारिक और प्रेरणादायक रहीं और छात्र भी उनकी शिक्षण शैली से बहुत प्रभावित नजर आए। आईआईएम उदयपुर ने महीने भर चलने वाली गतिविधियों की एक श्रृंखला के साथ अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह की शुरुआत भी की। केंद्रीय कैबिनेट मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने इस कार्यक्रम का उद्घाटन किया।

पायल पितलिया- हेड ऑफ लर्निंग एंड डेवलपमेंट ने सभी मेहमानों का स्वागत किया और कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। इस बार कार्यक्रम की थीम रखी गई है- ‘मैग्निफिशिएंट यू!’ निदेशक, प्रो. अशोक बनर्जी ने बताया कि कैसे आईआईएमयू संस्थान के भीतर विविध कार्यक्रमों और अनेक भूमिकाओं में लैंगिक समानता लाने में एक समान भूमिका निभा रहा है। ईरानी ने अपने उद्घाटन भाषण में महिला सशक्तिकरण की दिशा में शुरू की गई विभिन्न सरकारी पहलों के बारे में बात की और महिलाओं के मल्टी-टास्किंग पहलू की सराहना की और वैश्विक स्तर पर किए जा रहे कई महत्वपूर्ण कार्यों पर भी प्रकाश डाला।

इस कार्यक्रम के बाद ‘फोर्जिंग जेण्डर पैरिटी’ विषय पर एक पैनल चर्चा हुई। उदयपुर की अग्रणी महिला हस्तियों के विविध पैनल में नंदिता सिंघल- निदेशक, सिक्योर मीटर, स्मृति केडिया- सीईओ, साधना, उदयपुर की महाराज कुंवरानी साहिबा निवृत्ति कुमारी जी मेवाड़, प्रीता भार्गव- पूर्व डीआईजी, डॉली तलदार- डायरेक्टर, रमाडा होटल एंड रिसॉर्ट्स शामिल थीं। पैनल चर्चा में मॉडरेटर का दायित्व एमबीए प्रथम वर्ष की छात्रा प्रियंका संगानी ने संभाला।

चर्चा में भागीदारी करते हुए पैनलिस्टों ने अपनी चुनौतीपूर्ण और प्रेरक कहानियों को साझा किया। ज्यादातर वक्ताओं ने समाज को और अधिक न्यायसंगत बनाने के लिए लोगांे की मानसिकता में बदलाव लाने पर जोर दिया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस समारोह के तहत संस्थान ने आईआईएमयू में हाउसकीपिंग, सुरक्षा और एफएंडबी में महिलाओं के लिए एक ऐसी वर्कशॉप आयोजित करने की योजना भी बनाई गई है, जिसमें उन्हें डिजिटल गतिविधियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी जाएगी। साथ ही उनके लिए अपस्किलिंग कोर्स की भी योजना बनाई गई है।

इसी क्रम में महिला संकाय सदस्यों और कर्मचारियों के लिए निबंध लेखन प्रतियोगिता, और स्वास्थ्य और कल्याण कार्यशालाएं भी आयोजित की जाएंगी। यह उत्सव मार्च के अंत में ब्वंबी – ब्वंबीमम के साथ साझेदारी में तीन दिवसीय होलिस्टिक वेलनेस रिट्रीट के साथ समाप्त होगा। इवेंट का आयोजन आईआईएमयू की लर्निंग एंड डेवलपमेंट टीम द्वारा किया गया था और लर्निंग एंड डेवलपमेंट की नेहा ओस्तवाल द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ इसका समापन हुआ।

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