दिल्ली में धरना नहीं, अगर कागजात सही है तो जनहित याचिका दायर कर मनरेगा का पैसा वापस लें तृणमूल- नौशाद सिद्दीकी

जलपाईगुड़ी। हमारे टैक्स के पैसे से सरकार विभिन्न लाभकारी योजनाएं चलाती है, आवास योजना व मनरेगा योजना भी इन्ही सरकारी योजनाओं में एक है। लेकिन राज्य सरकार ने इन योजनाओं में करोड़ों का घोटाला किया व केंद्र ने अपना अनुमोदन रोक दिया। अब सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस जनता की सहानुभूति हासिल करने के लिए दिल्ली में धरना देने का नाटक कर रही है। यह कहना है आईएसएफ नौशाद सिद्दीकी का। वह इन दिनों उत्तर बंगाल दौरे पर हैं।

सोमवार को वह जलपाईगुड़ी जिले के धुपगुड़ी में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस हर क्षेत्र में भ्रष्टाचार से लिप्त हो गयी है। मनरेगा में गरीब मजदूरों से भी कटमनी खाया। तृणमूल कांग्रेस के भ्रष्टाचार के कारण मनरेगा मजदूरों को पैसा नहीं मिल रहा है। अब वे कहीं तृणमूल से अपना मुंह मोड़ ना लें इसलिए दिल्ली जाकर धरना देने का नाटक कर रही है। मैं स्पष्ट कहता हूं कि केंद्र सरकार राज्य का बकाया नहीं रोक सकती। अगर उनके पास सही कागजात हैं तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट जाना चाहिए।

अगर उन्हें केस दर्ज कराने से डर लगता है तो उन्हें वापस आ जाना चाहिए।’ हम वकीलों से बात करके यदि आवश्यक हुआ तो इन नागरिकों की ओर से एक जनहित याचिका दायर करेंगे। अगर वकील और सत्ताधारी दल सभी दस्तावेजों में मदद करें। मैं उसके लिए तैयार हूं। नौशाद सिद्दीकी ने सोमवार को धुपुगुड़ी में संवाददाताओं से कहा कि वह पहली बार उत्तर बंगाल आये हैं, उत्तर बंगाल के लोग सच में वंचित हैं। शिक्षा, स्वास्थ्य रोजगार यहां कुछ नहीं। बाहरी राज्यों में काम करने वाले प्रवासी मजदूरों की संख्या में उत्तर बंगाल सबसे आगे है।

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