Kabul Blast: काबुल बम धमाकों में 13 अमेरिकी सैन्यकर्मियों समेत 100 लोगों की मौत, 150 ज्यादा घायल

Kabul : काबुल हवाई अड्डे पर गुरुवार को विस्फोट की घटना में 12 अमेरिकी सैन्य कर्मियों सहित 60 से अधिक लोग मारे गए और लगभग 150 घायल लोग हो गए। यूएस सेंट्रल कमांड कमांडर जनरल केनेथ एफ मैकेंजी जूनियर ने पुष्टि की है कि दो आत्मघाती बम विस्फोटों में 13 अमेरिकी सेवा सदस्य मारे गए हैं और 15 घायल हुए हैं। बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में बोलते हुए अफगानिस्तान से पलायन कर रहे लोगों को निकालने का संकल्प लिया। उन्होंने यह भी वादा किया कि अमेरिका हमलों के पीछे लोगों की तलाश करेगा और उन्हें सजा देगा।

पेंटागन के प्रेस सचिव जॉन किर्बी ने एक बयान में कहा कि हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं मारे गए और घायल सभी लोगों के प्रियजनों और टीम के साथियों के साथ हैं। धमाका एबी गेट के बाहर हुआ, जहां अमेरिकी और ब्रिटिश सेनाएं तैनात हैं, और पास के एक होटल भी उसकी चपेट में आ गया, जहां शरणार्थियों रुके है।

ब्रिटिश प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि हमला घृणित है, लेकिन यह यूके के ऑपरेशन को बाधित नहीं करेगा। यह हमला चेतावनी के बाद हुआ कि आतंकवादी हमले हो सकते हैं, क्योंकि राष्ट्र 31 अगस्त की समय सीमा से पहले लोगों को निकालने कि कोशिश कर रहे हैं। अमेरिकी मीडिया ने कहा कि कम से कम चार नौसैनिक मारे गए।

इससे पहले एक ट्वीट में किर्बी ने कहा कि वे पुष्टि कर सकते हैं कि एबी गेट पर विस्फोट एक जटिल हमले का परिणाम था जिसके परिणामस्वरूप कई अमेरिकी और नागरिक हताहत हुए। हम बैरन होटल, एबे गेट से थोड़ी दूरी पर कम से कम एक अन्य विस्फोट की पुष्टि भी कर सकते हैं। तालिबान ने एक क्षेत्र में दोहरे विस्फोटों की निंदा की, उन्होंने कहा कि ये क्षेत्र अमेरिकी सेना के नियंत्रण में था।

प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक ट्वीट में कहा, “इस्लामिक अमीरात काबुल हवाई अड्डे पर नागरिकों को निशाना बनाकर किए गए बम विस्फोट की कड़ी निंदा करता है।” एक अन्य प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि तालिबान अपने लोगों की सुरक्षा पर पूरा ध्यान दे रहा है। अफगान पत्रकार बिलाल सरवरी ने एक ट्वीट में कहा कि विस्फोट एक सीवेज नहर में हुआ जहां अफगानों की जांच की जा रही थी।

उन्होंने कहा कि एक आत्मघाती हमलावर ने बड़ी भीड़ के बीच में खुद को उड़ा लिया। कम से कम एक और हमलावर ने गोली चलानी शुरू कर दी, इलाके में कई चश्मदीद गवाह और एक दोस्त ने मुझे यह सब बताया है। लोगों की भारी भीड़ पाकिस्तान के साथ अफगानिस्तान की सीमा पर भी जमा हो गई है क्योंकि लोग तालिबान शासन से बचकर निकलने की कोशिश कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *