दुनियां के राष्ट्राध्यक्ष भारत आने की तैयारियों में लगे

जी-20 नेताओं का 18वां भव्य शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर 2023 वसुधैव कुटुम्बकम् की तैयारियां जोरों पर
मेजबान भारत में कई राष्ट्रों सरकारों अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों का वसुधैव कुटुम्बकम् , स्वागत सम्मान के लिए तैयारियां चरम सीमा पर सराहनीय है – एडवोकेट किशन भावनानी

किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर भारत का दम हमने मेलबर्न साउथ अफ्रीका में ब्रिक्स शिखरसम्मेलन में देखे कि कैसे वैश्विक बड़े-बड़े लीडरों सहित अनेकों द्वारा पीएम को चंद्रमा-3 के सफल प्रक्षेपण पर बधाईयों का तांता लगा रहा और भारत का लोहा सबने माना है। अब 9-10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में 18वां जी-20 राज्य प्रमुखों और सरकार के प्रमुखों का शिखर सम्मेलन सभी जी-20 प्रक्रियाओं और मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों और नागरिक समाजों के बीच पूरे वर्ष आयोजित बैठकों का समापन होगा। नई दिल्ली शिखर सम्मेलन के समापन पर जी-20 नेताओं की घोषणा को स्वीकार किया जाएगा। जिसमें संबंधित मंत्रिस्तरीय और कार्यकारी समूह की बैठकों के दौरान चर्चा और सहमति प्राप्त प्राथमिकताओं के प्रति नेताओं की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया जाएगा। अब हमारी बारी है। जी20 के अध्यक्षता में भारत मेजबानी कर रहा है।

गत कई महीनो से जम्मू कश्मीर सहित देश के कई हिस्सों में अनेक मंत्रियों के सानिध्य में अनेक सम्मेलन हुए जिसमें अमेरिका चीन फ्रांस रूस सहित विश्व के अनेकों मंत्री स्तरीय नेताओं संगठनों के प्रमुखों ने हिस्सा लिया और भारत का वसुधैव कुटुम्बकम् में स्वागत सम्मान से काफी खुश नजर आए। अब इसके अंतिम पड़ाव में जी20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर 2023 को दिल्ली में होने जा रहा है। जिसमें विश्व के कई बड़े नेता आने की सूचना मिली है। जिसके लिए भारत उनके सम्मान, स्वागत आवभगत के लिए हाई अलर्ट पर है। क्योंकि अतिथि देवो भव की हमारी पौराणिक पीढ़ीगत प्राथमिकता रही है जिसे साकार करने के लिए दिनांक 24 अगस्त 2023 को कार्मिक मंत्रालय ने मीडिया में कहा कि शिखर सम्मेलनके मद्धेनजर दिल्ली व केंद्र सरकार के सभी कार्यालय 8-10 सितंबर 2023 तक बंद रहेंगे। सरकार नें आदेश सभी मंत्रालयों और विभागों को जारी कर दिया गया है।

इसके अलावा इन हाई प्रोफाइल राष्ट्राध्यक्ष प्रमुखों के लिए अनेक शहरों स्थानों पर व्यवस्था को अंतिम रूप दिया जा रहा है। विभिन्न कार्यक्रमों के लिए तैयारी की जा रही है। दिल्ली के सीएम ने भी 8-10 सितंबर 2023 तक सार्वजनिक अवकाश घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। जिसके सभी कार्यालय, एमसीडी कार्यालय, स्कूलों सहित सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। एमसीडी के सार्वजनिक व निजी कार्यालय भी तीन दिन बंद रहेंगे। उधर नई दिल्ली पुलिस भी जिले के अधिकार क्षेत्र में स्थित बैंकों वित्तीय संस्थाओं सहित सभी वाणिज्यिक और व्यावसायिक प्रतिष्ठान इन तीन दिनों तक बंद रहेंगे। क्योंकि इस विशाल सम्मेलन की मेजबानी अध्यक्षता भारत कर रहा है। इसीलिए अबकी बार हम हिंदुस्तानियों की आवभगत सम्मान का स्वभाव सारी दुनियां को दिखाना है। अतः आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आलेख के माध्यम से चर्चा करेंगे। मेजबान भारत में कई राष्ट्रों, सरकारों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को वसुधैव कुटुम्बकम् स्वागत सम्मान के लिए तैयारियां चरम सीमा पर है जो सराहनीय है।

साथियों बात अगर हम जी-20 बैठकों के अंतिम पड़ाव शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर 2023 की करें तो, विश्व पटल पर सफलता के नए आयाम गढ़ता भारत अगले महीने देश की राजधानी दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन का मेजबान बनने जा रहा है।यह महत्वपूर्ण समिट दिल्ली के प्रगति मैदान के नव निर्मित स्टेट ऑफ आर्ट कंवेंशन कॉप्लेक्स मे सदस्य और मेहमानों से आयोजित होगी। ये ताकतवर देश हैं जी20 के सदस्य यूरोपीय यूनियन को हटाकर जी-20 में 19 शक्तिशाली देश शामिल हैं। इसमें प्रमुख रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको, अर्जेंटीना, ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, भारत, इंडोनेशिया, रूस, तुर्की, फ्रांस, जर्मनी, इटली, यूके, सऊदी अरब और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि 60 शहरों में 200 से ज्यादा मीटिंग भारत की अध्यक्षता में इस साल जी20 की हुई। इनके लिए 60 शहर मेजबान बनाए गए थे। इन बैठकों में 13 शेरपा, ट्रैकिंग वर्किंग ग्रुप, 8 आर्थिक ट्रैक वर्कस्ट्रीम, 11 इंगेजेंट ग्रुप और 4 इनिशिएटिव्स ने सकारात्मक बातचीत की है। अब तक कुल 110 देशों के 12,300 प्रतिनिधि जी20 की बैठकों में हिस्सा ले चुके हैं, इनमें कुछ आमंत्रित देश भी शामिल थे। जबकि 14 अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने भी शिरकत की थी।

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एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी : संकलनकर्ता, लेखक, कवि, स्तंभकार, चिंतक, कानून लेखक, कर विशेषज्ञ

साथियों बात अगर हम शिखर सम्मेलन की तैयारियों की करें तो, कई इलाकों में साज सज्जा का काम किया जा रहा है। वहीं दिल्ली का आतिथ्य उद्योग सितंबर में अबतक के सबसे व्यस्त और सबसे हाई-प्रोफाइल सीजन में से एक के लिए तैयारी कर रहा है। आगामी 9 और 10 सितंबर को राजधानी में आयोजित होने वाले जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में सदस्य देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ राजनीतिक, सांस्कृतिक और व्यापारिक प्रतिनिधिमंडल भी भाग लेंगे। सितंबर के पहले सप्ताह से मध्य और दक्षिण दिल्ली और एयरोसिटी में होटल पूरी तरह से बुक हो गए हैं। इन होटलों की टीमें आने वाले गणमान्य व्यक्तियों के लिए अविस्मरणीय अनुभव प्रदान करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही हैं। जी20 शिखर सम्मेलन के लिए दिल्ली के दो हवाई अड्डे – इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा और पालम में भारतीय वायुसेना बेस पर लगभग 50 विशेष विमानों के उतरने की उम्मीद है। नई दिल्ली और एनसीआर में 35 होटलों की बुकिंग नेताओं और उनके सहयोगियों के रहने के लिए की गई है। जानकारी के मुताबिक जी20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने आ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन आईटीसी मौर्या में ठहरेंगे। इस होटल के 400 से अधिक कमरे उनके लिए बुक किए जा चुके है। होटल में महलनुमा ग्रैंड प्रेजिडेंशियल स्वीट है, जिसमें जो बाइडेन के ठहरने के इंतजाम किए गए है। उनके साथ टीम में आने वाले अन्य सभी अधिकारियों के ठहरने की भी व्यवस्था की गई है और सभी के लिए कमरे बुक किए गए है।

साथियों बात अगर हम नई दिल्ली में व्यवस्थाओं की करें तो, दुनिया के 20 सबसे ताकवर देशों के राष्ट्राध्यक्षों की सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त रखने के साथ ट्रैफिक के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। इसलिए राजधानी में 8 से लेकर 10 सितंबर तक सार्वजनिक अवकाश रहेगा। इन तीन दिनों तक स्कूल, कॉलेजों से लेकर ऑफिसों में भी अवकाश रहेगा।इसके अलावा वीआईपी मूवमेंट वाले स्थानों पर ट्रैफिक व्यवस्था में बदलाव रहेगा। दिल्ली में रहने वालों के लिए वैकल्पिक रास्तों की जानकारी अलग से मुहैया कराई जाएगी। सुरक्षा व्यवस्था के चलते शॉपिंग मॉल और मार्केट भी बंद रहेंगे। डीटीसी की बसों को भी दूसरे रूट पर डायवर्ट किया जाएगा या फिर टर्मिनेट कर दिया जाएगा। इसके अलावा इंटरस्टेट बसों को भी बाहरी इलाकों में रोक दिया जाएगा। दिल्ली वासियों के लिए अच्छी बात यह है कि मेट्रो की व्यवस्था सुचारु रुप से चलती रहेगी। सिर्फ एक-दो स्टेशनों पर पाबंदी लग सकती है। पुलिस अधिकारियों ने दिल्ली वासियों से अपील की है कि वह सड़क मार्ग की जगह मेट्रो सेवा का ज्यादा इस्तेमाल करें, जिससे आपको कोई दिक्कत नहीं होगी। हालांकि सुरक्षा व्यवस्था के चलते 8 से 10 सितंबर के बीच सुप्रीम कोर्ट, खान मार्केट, मंडी हाउस, केंद्रीय सचिवालय आदि मेट्रो स्टेशनों को बंद रखा जा सकता है।

साथियों बात अगर हम आमंत्रित मेहमानों, संगठनों की करें तो, मेहमानों की लिस्ट में बांग्लादेश, मिस्र, मॉरीशस, नीदरलैंड, नाईजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई) शामिल हैं। शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए आने वाले विश्वभर के दिग्गज नेताओं, गणमान्य व्यक्तियों, मिशन के स्वागत और ठहरने के लिए विदेश मंत्रालय ने कुल 35 होटलों को बुक किया है।आमंत्रित अंतर्राष्ट्रीय संगठन, नियमित अंतर्राष्ट्रीय संगठनों (यूएन, आईएमएफ, डब्ल्यूबी, डब्ल्यूएचओ, डब्ल्यूटीओ, आईएलओ, एफएसबी और ओईसीडी) और क्षेत्रीय संगठनों (एयू, एयूडीए-एनईपीएडी और आसियान) की पीठों के अतिरिक्त जी20 के अध्यक्ष के रूप में भारत द्वारा आईएसए, सीडीआरआई और एडीबी को अतिथि अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के रूप में आमंत्रित किया जाएगा।

साथियों बात अगर हम जी-20 के स्वरूप और एजेंडे की करें तो, जी-20 में वह देश शामिल हैं, जो विश्व की आबादी का दो तिहाई हैं। विश्व व्यापार की करीब 75 परसेंट हिस्सेदारी भी इन्हीं देशों के पास है। इतना ही नहीं ग्लोबल जीडीपी की बात करें तो इन देशों की उसमें हिस्सेदारी 85 प्रतिशत है। सन् 2007 के संकट के बाद जी20 को राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के स्तर तक ले जाया गया और इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग के लिए प्रमुख मंच का नाम दिया गया। जी-20 अध्यक्ष शिखर सम्मेलन की मेजबानी करता है और एक वर्ष के लिए जी20 एजेंडे का संचालन करता है। इस बार इसमें दो ट्रैक शामिल हैं। पहला वित्त और दूसरा शेरपा ट्रैक। वित्त ट्रैक का नेतृत्व वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों ने किया। वहीं, शेरपा ट्रैक को शेरपाओं ने लीड किया। यह वित्त ट्रैक के बाद होता है, इसके अलावा अन्य समूह भी इस बार शामिल थे। यह नागरिक समाज, सांसदों, थिंक टैंक, व्यापारियों, शोधकर्ताओं, युवाओं, श्रमिकों और महिलाओं को G20 सदस्य देशों में लाते हैं। भारत की कूटनीति इस समय सफल चल रही है भारत पश्चिमी देशों और रूस दोनों के साथ संतुलित संबंध बनाकर चल रहा है। इस समय भारत की नीति वैश्विक मंच पर नेतृत्व की भूमिका की ओर बढ़ रही है। जी20 मंच की अध्यक्षता उसे वैश्विक एजेंडा तय करने की दिशा में मजबूत कदम साबित होगी। दुनिया में इस समय अस्थिरता की स्थित बनी हुई है, ऐसी परिस्थियों में भारत जी20 की अध्यक्षता की जिम्मेदारी निभा रहा है। भारत के पास बड़ी सोच के साथ बेहतर नतीजे देने की क्षमता है। दुनियां के अधिकांश देश भारत से वैश्विक चुनौतियों से निपटने में पहल की आस लगाए बैठे हैं।

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि दुनियां के राष्ट्राध्यक्ष भारत आने की तैयारियों में लगे हैं।जी-20 नेताओं का 18वां भव्य शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर 2023 वसुधैव कुटुम्बकम् की तैयारियां जोरों पर है।मेजबान भारत में कई राष्ट्रों सरकारों अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों का वसुधैव कुटुम्बकम् स्वागत सम्मान के लिए तैयारियां चरम सीमा पर सराहनीय है।

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