विरोधी ट्रेड यूनियनों व मालिक पक्ष में बने सहमति तो न्यूनतम मजदूरी पर लगेगी सरकार की मुहर- मलय घटक

सिलीगुड़ी। मंगलवार को मिनी सचिवालय उत्तरकन्या में डुआर्स के चाय बागान इलाके की विभिन्न समस्याओं को लेकर टी एडवाइजरी कमेटी के साथ राज्य के मंत्रियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। जिसमें डुआर्स के चाय बहुल क्षेत्रों के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण फैसले लिये गये। जिसमें खास तौर पर चाय बागान क्षेत्रों में बच्चों की देखरेख के लिए क्रेस और स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने और संचालन के मुद्दे को लेकर चाय सलाहकार परिषद के साथ चर्चा कर फैसला लिया गया।

बैठक में राज्य के श्रम मंत्री मलय घटक, मंत्री बुलू चिक बरैक, आईएनटीटीयूसी के राज्य सचिव रितब्रता बनर्जी, सांता छेत्री, अनित थापा, दार्जिलिंग जिले के जिलाधिकारी एस पुन्नम्बलम व प्रशासनिक अधिकारियों ने भाग लिया। बैठक के बाद मंत्री मलय घटक ने कहा कि उत्तर बंगाल के विभिन्न चाय बागान क्षेत्रों में छोटे बच्चों की देखरेख के लिए 70 क्रेस और 43 स्वास्थ्य केंद्र बनाए जाएंगे। इसके लिए पहले भाग का टेंडर हो चुका है। यह टेंडर उत्तर बंगाल विकास विभाग ने किया है।

इसके अलावा उन्होंने कहा, चाय मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी को लेकर एक कमेटी गठित की गयी है जिसमें विरोधी ट्रेड यूनियनों को भी रखा गया है। कमेटी की अब तक 14 बैठकें हो चुकी हैं। अगले महीने फिर बैठक होनी है। अब विरोधी ट्रेड यूनियनों और मालिक पक्ष सहमति बनाकर सरकार को बताये तो सरकार न्यूनतम मजदूरी पर अपना मुहर लगा देगी। इधर मलय घटक के इस बयान से डुआर्स के चाय बागान इलाकों में खुशी की लहर है। वर्षों से न्यूनतम मजदूरी के लिए लड़ाई कर रहे चाय श्रमिकों में मंत्री के इस बयान ने नई उम्मीद जगायी है।

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