।।अजीब क्यों होता है।।
डॉ. आर.बी. दास
ये आज कल अजीब क्यों होता है,
जवाब ढूंढो तो नया सवाल खड़ा होता है।
रात को समझना चाहूं,
तो दिन रूठ जाता है।
मन को समझना चाहूं,
तो दिल टूट जाता है।
न कोई समझता है,
न कोई समझाता है।
मुझे मेरे हाल पर छोड़ कर,
वक्त भाग जाता है।
मुझे मेरे सवाल पर छोड़कर,
जवाब मुस्कुराता है।
मैं कुछ कहना भी चाहूं तो,
सब कुछ नि:शब्द हो जाता है।
ये आजकल इतना अजीब क्यों होता है।
ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे कोलकाता हिन्दी न्यूज चैनल पेज को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। एक्स (ट्विटर) पर @hindi_kolkata नाम से सर्च कर, फॉलो करें।