डॉ. आर.बी. दास की कविता : वक्त नहीं लगता

।।वक्त नहीं लगता।।
डॉ. आर.बी. दास

घर बनाने में वक्त लगता है,
पर मिटाने में पल नहीं लगता।
दोस्ती बडी मुश्किल से बनती है,
पर दुश्मनी में वक्त नही लगता।
गुजर जाती है उम्र रिश्ते बनाने में,
पर बिगड़ने में वक्त नहीं लगता।
जो कमाता है महीनो में आदमी,
उसे गवाने में वक्त नहीं लगता।
पल पल कर उम्र पाती है जिंदगी,
पर मिट जाने में वक्त नहीं लगता।
जो उड़ते हैं अहम के आसमानों में,
जमी पर आने में वक्त नहीं लगता।
हर तरह का वक्त आता है जिंदगी में,
वक्त के गुजरने में वक्त नहीं लगता…!!

Dr. R.B. Das
Ph.D (Maths, Hindi) LLB

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