कहती है दुनियां,
भूल जा जो हुआ तेरे साथ,
आगे बढ़ संभाल उसे जो है तेरे हाथ,
पर कैसे? क्या इतना आसान है,
जिस पर बीता वही परेशान है,
कहना है, सहना है एक बात नही,
इतनी आसानी से बीतती काली रात नही,
कहां से लाऊ दिल जो कहे सब सही,
जब भी करूं आंखे बंद डराता है सपना वही,
काश! सब ठीक हो जाए,
जो खोया है वापस मिल जाए,
वक्त भरता है हर घाव,
सुना है मैने,
पर कुछ घाव भरते नही,
दर्द सहा है मैंने।
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