किरकिरी कैसे आँखों का अञ्जन हुआ
सोचिए! कब कहाँ कैसे मन्थन हुआ
पटकथा तो कहीं और लिक्खी गई
फ्लाई ओवर पॅ उस दिन तो मञ्चन हुआ
–डीपी सिंह
किरकिरी कैसे आँखों का अञ्जन हुआ
सोचिए! कब कहाँ कैसे मन्थन हुआ
पटकथा तो कहीं और लिक्खी गई
फ्लाई ओवर पॅ उस दिन तो मञ्चन हुआ
–डीपी सिंह