डीपी सिंह की रचनाएं

आज़ादी का स्वप्न दिखाकर काम किया नादानी का
ठगते रहे ओढ़कर चोला अब तक वो क़ुर्बानी का
निर्ममता से भारत माँ के अङ्ग जिन्होंने काटे थे
अब पहचाना उनका असली रूप भेड़िया नानी का

डीपी सिंह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

2 × 4 =