डीपी सिंह की रचनाएं

सूरत ने निपटा दिया, दावेदार-नरेश गठबन्धन का कट गया, आज राहु का क्लेश आज राहु

भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस पर विशेष : कविता – इंकलाब जिंदाबाद

।।इंकलाब जिंदाबाद।। राजीव कुमार झा ब्रिटिश शासन का नाश हो भारत में जनता का राज

राजीव कुमार झा की कविता : डगरिया

।।डगरिया।। राजीव कुमार झा बीत गयी सारी उमरिया चलती रहती हवा संग तुम वही डगरिया

बच्चों के संग, राष्ट्रीय कवि संगम ने बरसाए हिन्दू नववर्ष के रंग

कोलकाता। हिन्दू नव वर्ष के शुभ अवसर पर कोलकाता के टालीगंज हिन्दी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय

विश्व कविता दिवस पर बहुभाषी कवि सम्मिलन का आयोजन

कोलकाता। साहित्य अकादेमी के क्षेत्रीय कार्यालय, कोलकाता द्वारा विश्व कविता दिवस के अवसर पर ऑनलाइन

कविता ही सामान्य जन को सर्वाधिक प्रभावित करती आ रही है सहस्राब्दियों से – डॉ. संजीव कुमार

उज्जैन। विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन की हिंदी अध्ययनशाला एवं पत्रकारिता और जनसंचार अध्ययनशाला द्वारा वरिष्ठ कवि

राजीव कुमार झा की कविता : दुपहरी

।।दुपहरी।। राजीव कुमार झा हम कभी केवल अपने साथ जब होते कुछ पल ही सही

अशोक वर्मा “हमदर्द” की कहानी : अनोखा प्यार

अशोक वर्मा “हमदर्द”, कोलकाता। जीवन एक पुष्प है और प्रेम उसका सौरभ, तभी तो मैं

राजीव कुमार झा की कविता : बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ

।।बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ।। राजीव कुमार झा जीवन की राह पर इनको भी आगे बढ़ाओ

डी पी सिंह की रचनाएं

तेल का खेल चलता था जब जेल से, मन्त्रालय का खेल मन्त्री को रेपिस्ट जब,