भावनानी के भाव : बच्चों में ईश्वर अल्लाह बसते हैं
।।बच्चों में ईश्वर अल्लाह बसते हैं।। किशन सनमुख दास भावनानी घर की चौखट चहकती है
राजीव कुमार झा की कविता : बीता पहर
।।बीता पहर।। राजीव कुमार झा यौवन की छटा तुम्हारी मुस्कान भी निराली मादक हो गये
डॉ. राजेन्द्र संजय लिखित पुस्तक ‘भोजपुरी फिल्मों का इतिहास’ का लोकार्पण समारोह सम्पन्न
काली दास पाण्डेय, मुंबई। बॉलीवुड के चर्चित लेखक व फिल्म निर्देशक डॉ. राजेन्द्र संजय द्वारा
अशोक वर्मा “हमदर्द” की कहानी : मां का दर्द
।।मां का दर्द।। अशोक वर्मा “हमदर्द”, कोलकाता। सुबह से हीं यशोदा परेशान थी, क्योंकि उसके
अशोक वर्मा “हमदर्द” की कविता : दलित
।।दलित।। लोग मुझे दलित कहते हैं इसलिए की मैं, क्षुधातुर होकर भटकते हुए जाता हूं
श्री गोपाल मिश्र की कविता : साहित्य प्रबंधन
।।साहित्य प्रबंधन।। किसे कहते हो तुम कविता? लय, रूपक, श्लेष में अलंकृत। तुकांत शब्द-विन्यास! या
राजीव कुमार झा की कविता : झिलमिल
।।झिलमिल।। राजीव कुमार झा बाजार में इश्क के सारे रंग बेनूर हो गये सुबह में
राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना आयोजित संगोष्ठी संपन्न
नागदा। भारत की वंदना में भारत माता को जन्मभूमि के रूप में वर्णन किया जाता
मालवी दिवस के पखवाड़े के समापन पर हुई राष्ट्रीय संगोष्ठी, पुस्तक लोकार्पण एवं सम्मान समारोह
उज्जैन। झलक निगम सांस्कृतिक न्यास द्वारा विक्रम विश्वविद्यालय, उज्जैन के सहयोग से मालवी दिवस के
राजीव कुमार झा की कविता : बेहद संयम से
।।बेहद संयम से।। राजीव कुमार झा जो कोई नारी से प्रपंच रचेगा वही नरक में