भावनानी के भाव : जल बचाओ जीवन बचाओ

।।जल बचाओ जीवन बचाओ।।
किशन सनमुख़दास भावनानी

मानसून 2023 आ रहा है
जलवायु परिवर्तन चेता रहा है,
जल बचाओ जीवन बचाओ जल बिना
मानव जीवन अधूरा बता रहा है।

पानी बचाने की जवाबदेही निभाना है
पानी का मूल्य हर मानव को समझाना है,
पानी को अहम दुर्लभ मानकर
अपव्यय करने से बचाना है।

पानी के स्त्रोतों की सुरक्षा, स्वच्छता अपनाने
के लिए जी जान से ध्यान लगाना है,
पानी बचाओ जीवन बचाओ
यह फॉर्मूला मूल मंत्र के रूप में अपनाना है।

पानी बचाने की जवाबदेही निभाना है
हर मानव को जल संरक्षण संचयन अपनाकर,
पानी बचाकर जनजागृति लाना है
अगली पीढ़ियों के प्रति जवाबदारी निभाना है।

बिना पानी ज़िन्दगी का दर्द क्या होता है
पानी अपव्यय वालों तक पहुंचाना है,
पानी का उपयोग अब हमें
प्रसाद की तरह करना है।

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी : संकलनकर्ता, लेखक, कवि, स्तंभकार, चिंतक, कानून लेखक, कर विशेषज्ञ

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *