भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय में चल रही रागमाला चित्रकला प्रदर्शनी के अंतिम दिन वास्तुकला संकाय के छात्रों ने किया पेंटिंग्स का अवलोकन, जानी बारीकियां
लखनऊ। इन दिनों भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ के सुजान सभागार में चंबा हिमांचल के पद्मश्री विजय शर्मा द्वारा सृजित रागों पर बनी रागमाला पर आधारित 16 पेंटिंग्स की प्रदर्शनी लगाई गई थी। इस तीन दिवसीय रागमाला चित्रकला प्रदर्शनी के अंतिम दिन मंगलवार को वास्तुकला एवं योजना संकाय, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय टैगोर मार्ग स्थित के वास्तुकला स्नातक प्रथम वर्ष के सभी छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया। साथ ही छात्रों ने इस लघुचित्र की बारीकियों से भी अवगत हुए। राग, रंग, रेखा का सुंदर संयोजन के मूल चित्रों को देखकर छात्र तरंगित और आनंदित हुए।
इस प्रदर्शनी में राग भैरव, राग बिलावल, राग मालकौंस, रागिनी भैरवी, रागिनी सोरठी, राग हिंडोल, रागिनी अहिरी, राग दीपक, रागिनी गुनकली, राग मेघ, राग बसंत, राग चंद्र, राग कलिंगडा, रागिनी गुजरी, राग ललित, राग पंचम पर 16 पेंटिंग्स भातखण्डे में 10 दिनों के कार्यशाला में हिमांचल से आये पद्मश्री विजय शर्मा के अगुवाई में 7 चित्रकारों द्वारा बनाई गई है। इस अवलोकन के दौरान गिरीश पांडेय, भूपेंद्र अस्थाना, सुभा त्रिपाठी और राज्य संग्रहालय की सहायक निदेशक मीनाक्षी खेमका उपस्थित रहीं।
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