जनजातीय कला शिविर के पश्चात शिविर में बनी कलाकृतियों की प्रदर्शनी सराका आर्ट गैलरी में लगाई गई

देश के चार प्रदेशों से आए लोक व जनजातीय कलाकारों का हुआ सम्मान, सभी लोककला

लोक कलाओं के विविध तकनीकी और माध्यमों से परिचित हुए लोग

– तीन दिवसीय अखिल भारतीय लोक व जनजातीय कला शिविर के दूसरे दिन सैकड़ों की

तीन दिवसीय अखिल भारतीय लोक व जनजातीय कला शिविर 2 मई से

लखनऊ। भारत में लगभग प्रत्येक सांस्कृतिक अंचलों की अपनी विशिष्ट आदिवासी एवं लोक कला है।

रागमाला पेंटिंग्स देख तरंगित हुए वास्तुकला के छात्र

भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय में चल रही रागमाला चित्रकला प्रदर्शनी के अंतिम दिन वास्तुकला संकाय के

लखनऊ बुक फेयर के माध्यम से रविंद्रालय पर बने महत्त्वपूर्ण कलाकृति बनी चर्चा का विषय

– उत्तर प्रदेश में आधुनिक कला जगत का प्रतिनिधित्व करती कलाकृतियों के रखरखाव आवश्यक है

वास्तुकला संकाय में “सोने की चिड़िया” का मंचन हुआ

“भारत रंग महोत्सव” के 25 वें वर्ष के उपलक्ष्य में “जन भारत रंग” का हुआ

कला के पुरोधा राज बिसारिया जी के योगदान को भूल पाना असंभव – भूपेंद्र अस्थाना

लखनऊ। यह संसार एक रंगमंच है और हम सब अपने-अपने किरदार निभाने आये हैं… यह

पंकज की कृतियों में ब्रह्मांडीय नृत्य की स्थिति का समग्र दर्शन

लखनऊ। रविवार की सायं सराका आर्ट गैलरी लखनऊ में उत्तर प्रदेश गाज़ीपुर जनपद के रहने

कॉस्मिक डांस एकल प्रदर्शनी 11 फरवरी से

– गाजीपुर उत्तर प्रदेश के चित्रकार पंकज शर्मा के 42 रेखांकन की एकल प्रदर्शनी 11

जलज स्मृति सम्मान – 2024 से सम्मानित हुए प्रतिष्ठित छाया चित्रकार अनिल रिसाल

– मुझे अभी फोटोग्राफी में बहुत काम करना है, बहुत कुछ सीखना भी है यही