वैक्‍सीन के कॉकटेल पर अखिलेश का तंज, पूछा-सर्टिफिकेट पर किसका चित्र होगा

National Desk : उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिलों में इस समय 18 से 44 साल के लोगों के वैक्‍सीनेशन का काम चल रहा है. इस बीच यूपी के सिद्धार्थनगर में कोरोना वैक्सीनेशन के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों की बड़ी लापरवाही का खुलासा हुआ है। दरअसल, स्वास्थ्यकर्मियों ने कुछ लोगों को पहली डोज के तौर पर कोविशील्ड और दूसरी डोज के रूप में कोवैक्सीन की लगा दी है। इस वजह से न सिर्फ वैक्सीन लगवा चुके लोग डरे हुए हैं बल्कि योगी सरकार पर विपक्ष भी हमलावर हो गया है।

समाजवादी पार्टी के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने इस मामले पर बड़ा बयान दिया है। उन्‍होंने कहा कि यूपी के सिद्धार्थनगर में 20 ग्रामीणों को कोरोना की पहली व दूसरी डोज में कोवीशील्ड व कोवैक्सीन के अलग-अलग टीके लगाया जाना, भाजपा सरकार की लापरवाही का निकृष्ट उदाहरण है। इससे प्रभावित लोगों को डॉक्टरी निगरानी में रखा जाए. साथ ही उन्‍होंने योगी सरकार पर तंज कसते हुए पूछा है कि इस तरह के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट पर किसका चित्र होगा।

यह पूरा मामला सिद्धार्थनगर के बढ़नी प्राथमिक स्वास्थ्य क्षेत्र का है, जहां औदही कलां समेत एक अन्‍य गांव में लगभग 20 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज कोविशील्‍ड की लगाई गई थी। इसके बाद 14 मई को दूसरी डोज लगाते समय स्वास्थ्यकर्मियों ने भारी लापरवाही बरतते हुए कोवैक्‍सीन लगा दी। जब ये बात स्‍वास्‍थ्‍य विभाग के अधिकारियों को पता चली तो हड़कंप मच गया।

यही नहीं, वैक्‍सीन लगाने वाले कर्मी एक दूसरे पर इस गलती का आरोप लगाने लगे। लेकिन जब वैक्‍सीन के कॉकटेल की जानकारी वैक्सीन लगवा चुके लोगों को हुई तो दहशत में आ आ गए। हालांकि अभी तक किसी को कोई स्वास्थ्य संबंधित समस्या नहीं हुई है, लेकिन वैक्‍सीन लगवाने वाले लोग और पूर्व सीएम अखिलेश यादव इस घोर लापरवाही में शामिल स्वास्थ्यकर्मियों और जिम्‍मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्‍त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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