कोलकाता : कोरोना के आतंक के इस दौर में शनिवार 1 अगस्त 2020 को शाम 3बजे से एक ऑनलाइन कजरी गीतों के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भारत के विभिन्न शहरों से कलाकारों शोधार्थियों एवं अध्यापकों ने इस में शिरकत की एवं इसे देश के साथ साथ विदेश में भी बड़ी रुचि के साथ सुना एवं सराहा गया।
इसकी प्रस्तावना करते हुए प्रो राजश्री शुक्ला ने कहा कि उपभोक्तावादी पीढ़ी की संवेदना को लोक जीवन से जोड़ने के लिए लोकगीतों के ऐसे कार्यक्रमों की आवश्यकता है। सावन के मौसम में ऋतु के अनुकूल कजरी का गायन करने वालों में शास्त्रीय संगीत के प्रसिद्ध कलावंत मुंबई से श्रीमती मंजु सिंह तथा भोपाल से श्री दुर्गेश पांडेय थे, तो लोकगीत की शैली में गायन किया।
रायबरेली से श्रीमती वंदना त्रिपाठी, भोपाल से श्रीमती वंदना माथुर, कोलकाता से श्रीमती शशि राय, सविता पांडेय, कविता मिश्रा, अभिलाषा तिवारी एवम् रंगकर्मी श्री अशोक सिंह जी, ज्ञानपुर से श्रीमती कुमुद शुक्ला ने। कार्यक्रम का अत्यंत सफल संचालन भोपाल से डॉ. सुनीता पाठक, सूरत से श्रीमती जयश्री मिश्रा एवम् कोलकाता से श्री योगेश राज ने किया।
धन्यवाद ज्ञापन करते हुए डॉ. मनीषा त्रिपाठी ने कहा कि यह आयोजन अपनी स्तरीयता के लिए यादगार रहेगा। श्रोताओं ने कार्यक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे अद्भुत बताया और कहा कि लोकगीतों पर इस प्रकार के स्तरीय कार्यक्रम और अधिक होने चाहिए। शास्त्रीयता के साथ साथ लौकिकता के समावेश ने इस कार्यक्रम को विशेष महिमा प्रदान की।