भुवनेश्वर। छह बार के विजेता जर्मनी ने गत चैंपियन भारत को दूसरे सेमीफाइनल में शुक्रवार को 4-2 से पराजित कर जूनियर विश्व कप हॉकी टूर्नामेंट के फ़ाइनल में प्रवेश कर लिया जहाँ उसका मुकाबला अर्जेंटीना से होगा जिसने पहले सेमीफाइनल में फ़्रांस को मुकाबला गोलरहित बराबर रहने के बाद पेनल्टी शूट आउट में 3-1 से हराया। जर्मनी ने कलिंगा स्टेडियम में पहले हाफ में चार गोल की बढ़त के साथ अपनी जीत सुनिश्चित कर ली थी। जर्मनी अब आठ साल बाद अपना पहला खिताब जीतने से एक कदम दूर रह गया है।
जर्मनी ने अपने छह खिताबों में से आखिरी खिताब 2013 में नयी दिल्ली में जीता था। उसके बाद उसका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2016 में लखनऊ विश्व कप में तीसरा स्थान रहा था। जर्मनी आठवीं बार फ़ाइनल में पहुंचा है। भारतीय टीम इस हार के बाद अब कांस्य पदक के लिए पांच दिसम्बर को फ़्रांस से भिड़ेगी। पहले दो क्वार्टर के मुकाबले तीसरे क्वार्टर में कोई गोल नहीं हुआ और जर्मनी 4-1 से आगे रहा। भारत ने आखिरी क्वार्टर के 49वें मिनट में एक और गोल जरूर किया लेकिन यह जर्मनी को फ़ाइनल में जाने से रोकने के लिए काफी नहीं था।
अंतिम परिणाम 4-2 से जर्मनी के पक्ष में रहा। भारत ने क्वार्टरफाइनल में बेल्जियम को 1-0 से हराया था लेकिन वह इस प्रदर्शन को जर्मनी के खिलाफ नहीं दोहरा पाया। दूसरी तरफ जर्मनी ने स्पेन को मुकाबला 2-2 से बराबर रहने के बाद शूट आउट में 3-1 से पराजित किया था लेकिन सेमीफाइनल में उसने अपने खेल का स्तर ऊंचा करते हुए मेजबान टीम की खिताब बचाने की उम्मीदों को तोड़ दिया। पहले सेमीफाइनल में निर्धारित समय तक मुकाबला गोल रहित बराबर रहने के बाद अर्जेंटीना ने 3-1 से बाजी मार ली।
अर्जेंटीना की तरफ से शूट आउट में लुसियो मेंदेज, बतिस्ता कापुरो और फ्रांको अगस्तिनी ने गोल दागे जबकि फ़्रांस का एकमात्र गोल कप्तान टिमोथी क्लेमेंट ने किया। दूसरे सेमीफाइनल में जर्मनी ने पहले 25 मिनट तक चार गोल दागकर कलिंगा स्टेडियम में बैठे भारतीय समर्थकों को खामोश कर दिया था।भारत की तरफ से दो गोल सुदीप चिरमाको ने 25वें और बॉबी सिंह धामी ने 49वें मिनट में किये। जर्मनी ने 15वें मिनट में गोल कर बढ़त बनायी। भारत अभी इस झटके से संभल भी नहीं पाया था कि जर्मनी ने 21वें, 24वें और 25वें मिनट में तीन गोल दागकर भारत को स्तब्ध कर दिया।