डीपी सिंह की रचनाएं
सेकुलर एजेंडा अब्दुल ही मी-लॉर्ड है, बात भले है हार्ड त्योहारों पर खेलते, ख़ूब सेकुलर
डीपी सिंह की रचनाएं
धूलि जिस पद की पाषाण को तार दे जग को निर्वाण पद-नख की जल-धार दे
साहित्य जीवन जीने की कला है!
कोलकाता : हालांकि यह तो सभी को पता है कि साहित्य क्या है? लेकिन फिर
यात्रा वृत्तांत : आपातकालीन सीट
मेरी मुलाकात तुमसे रेलगाड़ी के सफ़र दौरान हुई। मेरी रिजर्व्ड सीट पर तुम बैठी थी।
अस्सी घाट पर पैर रखा है ना तुलसी मैं नाही कबीरा
अपनी भाषा और संस्कृति की उपासना करना भी राष्ट्र उपासना करने के समान है उज्जैन।
सेंट पॉल्स कैथेड्रल मिशन कॉलेज ने ऑनलाइन छात्र सन्गोष्ठी आयोजित की
छात्र-छात्राओं को अपनी प्रतिभा निखारने का मिला मंच कोलकाता। कोरोना महामारी के इस दौर जबकी
राष्ट्रीय कवि संगम पश्चिम बंगाल की श्री राम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता की बैठक संपन्न
‘बिना राम के भारत में भारतवर्ष कहाँ है’-श्री राम काव्यपाठ राष्ट्रीय प्रतियोगिता का आगाज Kolkata
हास्य योग अत्यंत लाभदायक, तनाव से मुक्ति मिलती है : जाधव
उज्जैन : हंसने के साथ जो योग किया जाता है उसे हास्य योग कहा जाता
डीपी सिंह की रचनाएं : सीबीआई दफ़्तर में आग
*सीबीआई दफ़्तर में आग* सीबीआई कर रही, बड़े बड़ों की जाँच बहुतों की दहलीज तक,
कोरोना काल पर केंद्रित प्रथम काव्य कृति लॉकडाउन कालजयी है – प्रो शर्मा
शरद आलोक की काव्यकृति लॉक डाउन पर केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी एवं कवि सम्मेलन सम्पन्न नार्वे