लखनऊ : तीन दिवसीय लोक व जनजातीय कला शिविर का समापन
इन लोककलाओं को प्रोत्साहन के साथ मूलभूत सुविधायेँ भी मिले – अनिल रस्तोगी तीन दिवसीय
लोक कलाओं के विविध तकनीकी और माध्यमों से परिचित हुए लोग
– तीन दिवसीय अखिल भारतीय लोक व जनजातीय कला शिविर के दूसरे दिन सैकड़ों की
तीन दिवसीय अखिल भारतीय लोक व जनजातीय कला शिविर का हुआ भव्य शुभारम्भ
विश्व में सबसे अधिक लोक व जनजातीय कलाऐं भारत में – जय कृष्ण अग्रवाल लखनऊ।
तीन दिवसीय अखिल भारतीय लोक व जनजातीय कला शिविर 2 मई से
लखनऊ। भारत में लगभग प्रत्येक सांस्कृतिक अंचलों की अपनी विशिष्ट आदिवासी एवं लोक कला है।
रागमाला पेंटिंग्स देख तरंगित हुए वास्तुकला के छात्र
भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय में चल रही रागमाला चित्रकला प्रदर्शनी के अंतिम दिन वास्तुकला संकाय के
महाकवि कालिदास की काव्यकृति पर आधारित वरिष्ठ कलाकार रघुवीर अम्बर की मेघदूतम चित्रकला प्रदर्शनी का शुभारंभ
मेघदूतम चित्रकला प्रदर्शनी : सूक्ष्मता की परंपरा के नायाब चित्र लखनऊ। महाकवि कालिदास की काव्यकृति
लखनऊ : रघुवीर अम्बर की “मेघदूतम” एकल प्रदर्शनी 9 अप्रैल से
जबलपुर मध्यप्रदेश के वरिष्ठ चित्रकार रघुवीर अम्बर के 23 कलाकृतियों की एकल प्रदर्शनी 9 अप्रैल
बटोही प्रदर्शनी : सृजनात्मक क्षमता को रचनात्मक दिशा देगी
बटोही चार दिवसीय सामुहिक कला प्रदर्शनी का हुआ शुभारंभ लखनऊ। ‘बटोही’ कला प्रदर्शनी के द्वारा
कहानी वायसराय की सोना जड़ित, छह ऑस्ट्रेलियाई घोड़ों द्वारा चालित बहुमूल्य शाही बग्घी की
आशा विनय सिंह बैस, नई दिल्ली। जब भारतवर्ष के दो टुकड़े मजहब के आधार पर
रवीन्द्रालय स्थित के जी सुब्रमण्यम के म्यूरल को संरक्षित करने की अपील तेज
– वर्ष 2024 देश के प्रख्यात कलाकार के जी सुब्रमण्यन की जन्मशती वर्ष है –