‘बच्चों के संग, राष्ट्रीय कवि संगम ने बरसाए होली के रंग’

कोलकाता। होली के रंग रंगीले त्यौहार के अवसर पर, रघुमल आर्य विद्यालय के सभागार में, राष्ट्रीय कवि संगम पश्चिम बंगाल द्वारा संस्था के प्रांतीय अध्यक्ष – डॉ. गिरधर राय के मार्गदर्शन एवं प्रांतीय महामंत्री राम पुकार सिंह की अध्यक्षता में, एक रंगारंग कवि सम्मेलन का सफल आयोजन किया गया, जिसका अत्यंत ही कुशल संचालन किया प्रांतीय उपाध्यक्ष श्यामा सिंह ने।इस अवसर पर – विशिष्ट अतिथियों के रूप में विद्यालय के अध्यक्ष एवं मंत्री क्रमश: दीपक आर्य एवं ध्रुव कुमार जायसवाल, शिक्षक प्रभारी कैप्टन दिनेश सिंह सह पूर्व प्रधानाध्यापक जयशंकर सिह की गरिमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम में चार चाँद लग गए।

कार्यक्रम का शुभारम्भ आलोक चौधरी द्वारा सुमधुर सरस्वती वंंदना की प्रस्तुति के साथ हुआ। तत्पश्चात, कैप्टन दिनेश सिंह ने सभी का तहे – दिल से अभिनंदन करते हुए अपने स्वागत भाषण में आयोजित कार्यक्रम के बारे में बताते हुए कहा कि भारतीय संस्कृति के संवर्धन और संरक्षण के लिए राष्ट्रीय कवि संगम का प्रयास अति सराहनीय है।तत्पश्चात, विद्यालय के छात्रों ने काव्य आवृत्ति पेश की।

जिनमें – कक्षा 6 के विष्णु कुमार, शिवम् दास, कृष्ण कुशवाहा, कक्षा 7 के प्रत्युष गोंड, शिवम् कुमार, कक्षा 8 के प्रिंस पासवान, आदित्य कु. दास, शुभम कु. दास, तथा कक्षा 10 के जितेश झा एवं रोहित कु. यादव ने अपनी प्रस्तुति से सभी का मन मोह लिया।उसके पश्चात आरम्भ हुआ एक ऐसा काव्य समारोह जिसमें विभिन्न रचनाकारों ने अपनी अपनी बेहतरीन स्वरचित रचनाएँ प्रस्तुत कर खूब तालियाँ बटोरी।

इन रचनाओं में – आलोक चौधरी की ‘वन्दे मातरम्’, डॉ० अनिरुद्ध राय की ‘इंसान अपनी गलतियों को स्वीकार करे’, अवधेश मिश्र ‘सबरंग’ की ‘आया होली का त्यौहार’, मौसमी प्रसाद की ‘चलो हम भी मिल जुलके होली मनाएं, वन्दना पाठक की ‘रंग को रंग रहने दो’, कामायनी संजय की ‘कान्हा खेले होली देखो वृन्दावन में’, विजय शर्मा विद्रोही की ‘खेल रहे हैं राम अवध में’, राम अवतार सिंह की ‘आया आया बसंत बहार’, दीपक सिंह की ‘रात को मेरे घर जब चोर आये’,

मृत्युंजय शर्मा का आ गया फागुन सजा के कामना का थाल, चंद्रिका प्रसाद अनुरागी का फगवा गीत, राम पुकार सिंह की रचना ‘लगी जो आग दिल में है, बुझा दो आज होली में’ एवं श्यामा सिंह की रचना ‘रंग है हर ओर बिखरा, छा रहा उल्लास’ सुनकर सभी श्रोता होली के रंग में सराबोर होकर झूम उठे। अध्यक्षीय वक्तव्य में राम पुकार सिंह ने विद्यालय के छात्रों और रचनाकारों का उनके द्वारा दी गई प्रस्तुतियों की भूरि – भूरि प्रशंसा की।अंत में विद्यालय के अध्यापक मृत्युंजय शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम को सुसंपन्न किया।

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