उज्जैन : वैश्विक महामारी में योग-प्राणायाम ने मानव जीवन को सुदृढ़ बनाया। हम नकारात्मक सोचते हुए दुःखी हो गये हमने पर्यावरण की ओर कदम बढ़ाये इन्हीं संदर्भो में आभासी संगोष्ठी राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना द्वारा कल आयोजित की जा रही है।
यह जानकारी राष्ट्रीय महासचिव डॉ. प्रभु चौधरी ने देते हुए बताया कि कल प्रातः 7 बजे हास्य रोग की मर्मज्ञ सुवर्णा जाधव (राष्ट्रीय मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष) मुख्य वक्ता एवं कमलेश दवे हास्य कवि एवं सहज योग, डॉ. चेतना उपाध्याय, डॉ. प्रतिभा येरेकार, डॉ. ममता झा विशिष्ट वक्ता, मुख्य अतिथि डॉ. शिवा लोहारिया, अध्यक्षता डॉ. प्रभु चौधरी करेंगे। विशिष्ट अतिथि डॉ. रश्मि चौबे, सुनीता गर्ग, मनीषा सिंह, डॉ. मुक्ता कौशिक होंगे।
सायं 5 बजे पर्यावरण एवं संगोष्ठी के मुख्य अतिथि डॉ. शहाबुद्दीन शेख(राष्ट्रीय मुख्य संयोजक) विशिष्ट अतिथि डॉ. प्रशांत महतो, मंजूबाला श्रीवास्तव, प्रतिभा मगर, रोहिणी डावरे, डॉ. प्रभु चौधरी होंगे। मुख्य वक्ता डॉ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा अध्यक्षता डॉ. विमलकुमार जैन करेंगे।
संगोष्ठी में सम्मिलित होने की अपील डॉ. संगीता पाल, लता जोशी, डॉ. रश्मि चौबे, भुवनेश्वरी जायसवाल, डॉ. मुक्ता कौशिक, डॉ. बाला साहेब तोरस्कर, मनीषा सिंह, सुनीता चौहान आदि ने की है।इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष इकाई महिला डॉ. शिवा लोहारिया के 50वें जन्मदिवस पर बधाई गीत एवं शुभकामनाएँ दी जायेगी।