वास्तु विशेष : कैसा है आपका बाथरूम? जानिए सरल वास्तु टिप्स

घर के बाथरूम और टॉयलेट बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं। ज्योतिष के अनुसार यह चंद्र और राहु के स्थान है। यहां वास्तु दोष है तो जीवन में उथल पुथल मच जाती है। इसलिए आइए जानते हैं सरल वास्तु टिप्स।

1. अटैच लेट-बॉथ :- बाथरूम चंद्र का स्थान होता है और शौचालय अर्थात टॉयलेट राहु का। यदि अटैच लेट-बॉथ है तो यह भयंकर वास्तु दोष निर्मित करेगा। अटैच लेट-बॉथ वास्तु शास्त्र के अनुसार यह ठीक नहीं होता। इससे चंद्र ग्रहण दोष, आपसी मनमुटाव, द्वेष की भावना, घटना-दुर्घटना बढ़ना और धन की हानि होने लगती है।

2. बाथरूम में तस्वीर :- स्नानघर या बाथरूम में किसी भी तरह की चित्र नहीं लगाना चाहिए। बाथरूम में उचित दिशा में एक छोटा सा दर्पण होना चाहिए।

3. बाथरूम में पौधे :- बाथरूम में किसी भी प्रकार के पौधे नहीं लगाना चाहिए। स्नानघर में सिर्फ मनी प्लांट लगाना अच्‍छा होता है।

4. बाथरूम के दरवाजे :- बाथरूम के दरवाजे प्लास्टिक, टूटे-फूटे या लोहे के नहीं होना चाहिए। बाथरूम में लोहे की जगह लकड़ी के दरवाजे लगवाएं।

5. बाथरूम के मग और बाल्टी :- बाथरूम में कभी भी काले, मटमेले, कत्थई और बैंगनी रंग के मग और बाल्टी नहीं होना चाहिए। स्नानघर में वास्तुदोष दूर करने के लिए नीले रंग के मग और बाल्टी का उपयोग करना चाहिए।

6. बाथरूम की दिशा :- बाथरूम कभी की ईशान या दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए। वास्तु शास्त्र के प्रमुख ग्रंथ विश्वकर्मा प्रकाश में अनुसार ‘पूर्वम स्नान मंदिरम’ अर्थात भवन के पूर्व दिशा में स्नानगृह होना चाहिए।

7. बाथरूम में पानी का बहाव :- बाथरूम का उत्तर से दक्षिण की ओर नहीं होना चाहिए। बाथरूम में पानी का बहाव उत्तर-पूर्व में रखेंगे तो अच्छा होगा।

8. बाथरूम की दीवारों का रंग :- बाथरूम की दीवारों का रंग कभी भी डार्क नीला, पीला, कत्‍थई, बैंगनी, लाल न रखें। बाथरूम की दीवारों का रंग सफेद, क्रीम या स्काई ब्लू रंग का होना चाहिए।

9. बाथरूम का वेंटिलेशन :- बाथरूम में उचित रूप से उजालदान और हवा एवं प्रकाश के रास्ते नहीं हैं तो यह भी वास्तुदोष निर्मित करता है। बाथरूम में हवा और सूर्य के प्रकाश के उचित रास्ते होना चाहिए। बाथरूम के दरवाजे या वेंटिलेशन उत्तर या पूर्व दिशा में होने चाहिए।

10. बाथरूम के दरवाजे खुले न रखें :- बाथरूम के दरवाजे हमेशा बंद रहने चाहिए क्योंकि इसे खुला रखने से घर में नकारात्मक उर्जा का संचरण होता है।

अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
9993874848

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