छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र)। नांदेड़ त्रासदी के बमुश्किल 24 घंटे बाद महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (पूर्व-औरंगाबाद) जिले के एक सरकारी अस्पताल में 2 शिशुओं सहित कम से कम 8 मरीजों की मौत हो गई, जिसके बाद फिर हंगामा शुरू हो गया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने नवीनतम घटना को राज्य सरकार की स्वास्थ्य प्रणाली पर “काला धब्बा” करार दिया और अन्य नेताओं ने गंभीर खामियों के लिए राज्य प्रशासन की आलोचना की।
मरने वालों में 5 पुरुष हैं और उनकी मौत के कारणों का विवरण अभी तक स्पष्ट नहीं है। पवार ने एक एक्स पोस्ट में कहा, ”नांदेड़ के सरकारी अस्पताल में 24 घंटे के अंदर 12 नवजात शिशुओं समेत 24 मरीजों की मौत की दुर्भाग्यपूर्ण घटना को एक दिन भी नहीं बीता, उसी समय औरंगाबाद के घाटी अस्पताल में 2 नवजात शिशुओं सहित 8 मरीजों की मौत ने सरकारी स्वास्थ्य प्रणाली पर काला धब्बा लगा दिया है।“
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल ने नांदेड़ के मुद्दे पर चर्चा की और एक वरिष्ठ मंत्री हसन मुश्रीफ स्थिति का आकलन करने के लिए सिख तीर्थ शहर पहुंचे। घाटी अस्पताल के एक अधिकारी ने नाम जाहिर न करने की शर्त पर कहा कि मौतें असामान्य नहीं हैं, क्योंकि यह 1,000 बिस्तरों वाला अस्पताल है और यहां सांप के काटने से लेकर सड़क दुर्घटनाओं तक हर तरह के मामले रोजाना आते हैं।