- कंपनी के उपाध्यक्ष व प्रबंध निदेशक उमेश चौधरी ने दी जानकारी
- वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने प्रत्येक महीने 1000 वैगंस तैयार करने का लक्ष्य रखा
- कंपनी के पास फिलहाल 11000 करोड़ रुपये का ऑर्डर बुक
कोलकाता। टीटागढ़ वैंगस लिमिटेड ने स्थापना के 25वीं वर्षगांठ पर कंपनी की परियोजनाओं का विस्तार करने की घोषणा की। बुधवार को कंपनी के उत्तरपाड़ा स्थित टीटागढ़ वैगंस लिमिटेड (टीडब्ल्यूएल) की यूनिट में 25वें स्थापना दिवस पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जहां मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कंपनी की तीन परियोजनाओं का उद्घाटन किया। मुख्यमंत्री ने उत्तरपाड़ा प्लांट में स्टेनलेस कोच मैनुफैक्चरिंग फेसिलिटी के विस्तारीकरण, दक्षिण 24 परगना जिले के फलता में कंपनी के नये शिपयार्ड व उत्तर 24 परगना जिले के टीटागढ़ स्थित कंपनी की यूनिट में उत्पादन क्षमता में विस्तार की योजना का उद्घाटन किया है।
इस मौके पर कंपनी के उपाध्यक्ष व प्रबंध निदेशक उमेश चौधरी ने कहा कि कंपनी अपने उत्पादन क्षमता को बढ़ाने व ऑर्डर को पूरा करने के लिए 1000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी, जिससे पांच हजार प्रत्यक्ष व 11 हजार अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार के अवसर पैदा होंगे। उन्होंने बताया कि फिलहाल कंपनी में दो हजार प्रत्यक्ष व पांच हजार लोग अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी ने 1977 में मात्र 150 वैंगस की उत्पादन क्षमता के साथ कंपनी की शुरूआत की थी, जो अब तक बढ़ कर 8400 पहुंच गयी है, जिसे अगले दो वर्ष में बढ़ा कर 12,000 कर दिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी ने प्रत्येक महीने 1000 वैगंस तैयार करने का लक्ष्य रखा है। वैगंस फैक्ट्री में प्रत्यक्ष रूप से 1300 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिसे बढ़ा कर 2500 करने का लक्ष्य रखा गया है। कंपनी के पास फिलहाल 11000 करोड़ रुपये का ऑर्डर बुक है। इस मौके पर टीटागढ़ ग्रुप के चेयरमैन जेपी चौधरी ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का आभार जताया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने टीटागढ़ वैंगस के मालिक से अनुरोध किया कि आइटीआई कॉलेज खोलकर प्रशिक्षण की व्यवस्था करें। राज्य सरकार यहां आईटीआई खोलने की अनुमति देगी। आईटीआई से निकलने वाले छात्रों को वैगंस लिमिटेड में नौकरी की प्राथमिकता दी जाए। उन्होंने यह भी कहा कि टीटागढ़ वैगंस ने महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए योजना बना रखी है और 20 प्रतिशत रिक्त पदों पर महिलाओं की नियुक्ति करने की योजना है, जिसमें महिला इंजीनियर भी शामिल हैं।