कोलकाता। पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने मतदाता भागीदारी में सुधार के लिए चुनाव आयोग (ईसीआई) की प्रस्तावित योजना का विरोध किया है और कहा है कि दूरस्थ मतदान के क्षेत्र में जल्दबाजी में लिए गए निर्णय के संभावित हानिकारक प्रभाव होंगे। तृणमूल के महासचिव अभिषेक बनर्जी ने चुनाव आयोग को लिखे एक पत्र में कहा,“घरेलू प्रवासी कौन है, इस कानूनी चेतावनी के अलावा रिमोट वोटिंग पूरी चुनाव प्रक्रिया की पारदर्शिता और पवित्रता पर प्रासंगिक सवाल उठाती है।”
तृणमूल की ओर से बुधवार को जारी 10 जनवरी के पत्र में कहा गया ,“इस बारे में मेरी व्यक्तिगत आशंकाएं हैं और चुनाव प्रक्रिया की पवित्रता के लिए मेरी चिंता के कारण भी है। मैं इस तरह के कदम का विरोध करना चाहता हूं।”एक अलग मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकांश पार्टियां रिमोट वोटिंग (दूरस्थ मतदान) योजना का विरोध करती हैं।
चुनाव आयोग ने इस मामले पर विचार-विमर्श बंद कर दिया है क्योंकि अधिकांश पार्टियों ने इस मसले पर गहन चर्चा की मांग की है। चुनाव आयोग ने रिमोट वोटिंग मशीन (आरवीएम) के प्रोटोटाइप के प्रदर्शन को स्थगित कर दिया, जिसे मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की टिप्पणी और रिमोट वोटिंग पर प्रस्तुति के बाद निर्धारित किया गया था।