रंगदारी न देने पर होटल व्यवसायी से तृणमूल नेता ने की मारपीट

हुगली। पचास हजार रुपये की रंगदारी नहीं देने पर होटल व्यवसायी का कॉलर पकड़कर पिटाई करने का आरोप तृणमूल पार्षद के पति पर लगा है। हालांकि तृणमूल नेता ने पैसे मांगने के आरोपों से इनकार किया है। आरोपित तृणमूल नेता का नाम स्वपन दत्ता है। उनकी पत्नी रीता दत्ता हुगली चुंचूड़ा नगर पालिका के वार्ड नंबर सात से तृणमूल कांग्रेस की पार्षद हैं।आरोप है कि स्वपन दत्ता चुंचूड़ा के चौकाझार स्थित जगन्नाथ खानरा के होटल गये और 50 हजार रुपये की मांग की। आरोप यह भी है कि पैसे देने से इनकार करने पर कारोबारी की कॉलर पकड़कर पिटाई की गई।

साथ ही होटल को बंद करने की धमकी भी दी गई। घटना की तस्वीरें होटल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गईं। जगन्नाथ खानरा ने बताया, ”वार्ड नंबर सात की पार्षद के पति मेरे पास आए और कहा कि होटल तोड़ने का आदेश है। मैंने कहा कि मेरे पास कोई निर्देश नहीं आया है। फिर बाद में शाम को स्वपन दत्ता मेरे होटल आये। उन्होंने 50 हजार रुपये की मांग की, मुझे पीटा और होटल बंद करने की धमकी दी। मैंने पूरे मामले की जानकारी व्यवसायिक समिति को दे दी है।”

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वहीं स्वपन दत्ता ने कहा कि जिलाधिकारी को जबरन कब्जा हटाने का आदेश है। मैं उसे यह बताने गया था। मैंने 50 हजार रुपये नहीं मांगे, मुझ पर झूठा आरोप लगाया जा रहा है। सड़क के किनारे सीवरेज का अतिक्रमण हुआ है। महकमा शासक ने अतिक्रमण हटाने का आदेश दिया है। मैं यही कहने गया था होटल मालिक की इस अवैध जबरदस्ती में मेरी पार्टी के लोग उसकी मदद कर रहे हैं।

तृणमूल पार्षद रीता दत्ता ने कहा कि चौकबाजार इलाके में कुछ दुकानों के सामने अतिक्रमण के कारण जल निकासी की समस्या थी। थोड़ी सी बारिश में सड़क पर पानी भर जा रहा था। होटल वाले को बताया गया लेकिन वह नहीं माना। उल्टे उन्होंने मेरे पति पर पैसे मांगने का आरोप लगा दिया। इस संबंध में भाजपा के हुगली सांगठनिक जिले के महासचिव सुरेश साव ने कहा कि यह तृणमूल का असली रूप है। एक बार जब तृणमूल के लोग वोट जीत जाते हैं, तो वे लोगों और व्यापारियों पर अत्याचार करते हैं। चौकबाजार की घटना इसका उदाहरण है।