अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय लोकसभा चुनाव 2024 की पारदर्शिता विश्वसनीयता की सराहना

लोकसभा चुनाव 2024 की प्रत्यक्ष रूप से मतदान प्रक्रिया को देखकर, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने प्रसन्नता व्यक्त की
अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों का भारतीय मतदाताओं की लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्धता और अटूट विश्वास से प्रभावित होना गर्व की बात- एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र के गढ़ भारत में लोकसभा चुनाव महापर्व 19 अप्रैल से 1 जून 2024 तक शुरू है, जिसके नतीजे 4 जून 2024 को आने वाले हैं जिस पर पूरी दुनियां की नजरें लगी हुई है। इस महापर्व का प्रत्यक्ष रूप से अवलोकन करने चुनाव आयोग ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 23 देशों के 75 प्रतिनिधियों को तीसरे चरण 7 मई 2024 के मतदान का गवाह बनने आमंत्रित किया था जो 5 मई 2024 को नई दिल्ली पहुंचे थे तथा विभिन्न राज्यों का दौरा करने के लिए 6 राज्यों में मतदान प्रक्रिया को प्रत्यक्ष देखने 6 छोटे समूह में बनाकर इन प्रतिनिधियों ने 13 मतदान निर्वाचन क्षेत्रों में स्वयं जाकर मतदान केन्द्रों का दौरा किया। जिसमें सभी अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि भारतीय चुनाव की प्रक्रिया आईईवीपी आम चुनाव के दौरान प्रदर्शित पारदर्शिता और विश्वसनीयता और समावेशिका देखकर अतिप्रसन्न हुए और तारीफों के पुल बांधे। जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय लोकसभा चुनाव 2024 को सराहना मिल रही है। बता दें कि यह अंतरराष्ट्रीय दल 5 मई 2024 को नई दिल्ली पहुंचा था तथा 6 से 9 मई 2024 तक भारतीय दौरे पर था। जिसमें तीसरे चरण के चुनाव की मतदान प्रक्रिया को बारीकी के साथ नजदीकी से देखा और भारतीय लोकतंत्र के महापर्व को देखकर मंत्रमुग्ध हुए। चुंकि अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों के भारतीय चुनावी प्रक्रिया देखने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय आम चुनाव 2024 को सराहना मिल रही है। इसलिए आज हम पीआईबी मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आलेख के माध्यम से चर्चा करेंगे, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों का भारतीय मतदाताओं की लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्धता और अटूट विश्वास से प्रभावित होना गर्व की बात है।

साथियों बात अगर हम अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों द्वारा 6-9 मई 2024 तक भारतीय चुनावी महापर्व के दौरान दौरे पर प्रसन्नता व्यक्त करने की करें तो, आम चुनाव 2024 में प्रत्यक्ष रूप से मतदान प्रक्रिया को देखकर अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। जहां कुछ प्रतिनिधियों ने पारदर्शिता की सराहना की, वहीं अन्य प्रतिनिधियों ने निर्वाचन आयोग की हरित मतदान केंद्र जैसी पहलों को प्रेरणादायक करार दिया। इन प्रतिनिधियों ने चुनावों में ईवीएम-वीवीपैट के रैंडमाइजेशन सहित दूसरी चुनावी प्रक्रियाओं में बड़े पैमाने पर प्रौद्योगिकी के उपयोग की भी सराहना की। प्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि वे विशेष रूप से लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने के प्रति भारतीय मतदाताओं की प्रतिबद्धता और उनके अटूट विश्वास से प्रभावित हुए हैं। कुल मिलाकर, इस दौरे पर आए इन देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के सदस्यों के बीच इस बात पर सर्वसम्मति थी कि भारत में चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण, समावेशी तथा सुलभ रही और यहां चुनाव उत्सव के मूड में होता है। ये प्रतिक्रियाएं अंतर्राष्ट्रीय चुनाव आगंतुक कार्यक्रम (आईईवीपी) के भाग के रूप में भारत आए अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधियों के अब तक के सबसे बड़े दल के हाल ही में संपन्न हुए आम चुनाव के तीसरे चरण को प्रत्यक्ष रूप से देखने के बाद आईं।तीसरे चरण में 11 राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों के 93 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ। इन प्रतिनिधियों ने 6 राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों में तैयारी कार्य सहित मतदान का अवलोकन किया। उन्होंने देखा कि कैसे बड़ी संख्या में इंसानों और मशीनरी की इतने बड़े स्तर पर आवाजाही कराई जाती है।

साथियों बात अगर हम अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के तीसरे चरण का गवाह बनने 5 मई 2024 को भारत पहुंचने की करें तो, दुनिया भर के 23 देशों ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, कंबोडिया, चिली, फिजी, जॉर्जिया कजाकिस्तान, किर्गिज गणराज्य, मेडागास्कर, मालदीव, मंगोलिया, मोल्दोवा, नामीबिया, नेपाल, न्यू गिनी, फिलीपींस, रूस, सेशेल्स, श्रीलंका, ट्यूनीशिया, उज्बेकिस्तान और जिम्बाब्वे के प्रतिनिधि लोकसभा चुनाव 2024 के तीसरे चरण के मतदान का गवाह बनने के लिए 5 मई 2024 को नई दिल्ली पहुंचे। उनका उद्घाटन सत्र में भारत के निर्वाचन आयोग के साथ संवाद हुआ जिसकी अध्यक्षता मुख्य चुनाव आयुक्त ने की थी। इसमें दोनों चुनाव आयुक्त भी उपस्थित थे। इसके बाद इन प्रतिनिधियों को विभिन्न राज्यों जैसे कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, गोवा और मध्य प्रदेश का दौरा करने के लिए 6 छोटे समूहों में विभाजित किया गया। इस उद्देश्य के लिए इन प्रतिनिधियों ने 13 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान केंद्रों का दौरा किया। इन राज्यों के मुख्य चुनाव अधिकारियों ने मतदान तैयारियों, लॉजिस्टिक्स और वेबकास्टिंग व्यवस्था को देखने के साथ-साथ मतदान से पूर्व मतदान अधिकारियों और पीठासीन अधिकारियों के साथ जुड़ने एवं मॉक पोल में शामिल होने, चुनाव के दिन यानी 7 मई 2024 को वास्तविक मतदान देखने और मतदाताओं के साथ बातचीत करने के लिए इन प्रतिनिधियों की यात्रा का आयोजन किया।

साथियों बात अगर हम अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों के 6 छोटे समूह में बंटकर 6 राज्यों के तीसरे चरण 7 मई 2024 के मतदान निरीक्षण को विस्तार से जानने की कोशिश करें तो, कर्नाटक राज्य में- कंबोडिया, ट्यूनीशिया, मोल्दोवा सेशेल्स और नेपाल के प्रतिनिधियों ने कर्नाटक के बेलगाम संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और मतदान केंद्र के अंदर अधिकारियों व पीठासीन अधिकारियों से बातचीत की, मॉक पोल का अवलोकन किया। कमांड कंट्रोल सेंटर और मीडिया निगरानी केन्द्रों का दौरा किया। इन प्रतिनिधियों ने मॉक पोल, मतदान केंद्र के अंदर उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति तथा भागीदारी द्वारा दर्शायी गई पारदर्शिता की सराहना की।

गोवा राज्य में– भूटान तथा मंगोलिया के प्रतिनिधियों और इजराइल की एक मीडिया टीम ने गोवा के दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान और संबंधित व्यवस्थाएं देखी। वे भी मॉक पोल में शामिल हुए और उन्हें कमांड कंट्रोल सेंटर, मीडिया निगरानी केंद्रों, प्रेषण केंद्र आदि से अवगत कराया गया। भूटान के मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) और भूटान तथा मंगोलिया के चुनाव अधिकारियों ने चुनाव के संचालन में मतदान केंद्र के अंदर राजनीतिक दलों, मीडिया, उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों को शामिल करने में पारदर्शिता की सराहना की। विदेश से आए इन प्रतिनिधियों ने दिव्यांग के लिए तैयार किए गए मतदान केंद्रों और पिंक मतदान को देखकर प्रशंसा और आश्चर्य व्यक्त किया। प्रतिनिधियों ने ईवीएम-वीवीपैट के वितरण में सॉफ्टवेयर के उपयोग की सराहना की।

मध्य प्रदेश राज्य में– 11 सदस्यीय अंतर्राष्ट्रीय टीम में श्रीलंका और फिलीपींस के प्रतिनिधि शामिल रहे। इन प्रतिनिधियों ने भोपाल, विदिशा, सीहोर और रायसेन निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान केंद्रों का दौरा किया और लोक सभा चुनाव की चुनावी प्रक्रिया को प्रत्यक्ष रूप से देखा। इन्होंने मतदाताओं से बातचीत कर उनमें उत्साह और लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भारतीय नागरिकों की भागीदारी की सक्रियता देखी। इस दौरान मिले अपने अनुभवों को साझा करते हुए इन प्रतिनिधियों ने भारत में देखे गए जीवंत लोकतंत्र की खुलकर प्रशंसा की। वे विशेष रूप से अटूट विश्वास और लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने के प्रति भारतीय मतदाताओं की प्रतिबद्धता से प्रभावित थे।

उत्तर प्रदेश राज्य में- चिली, जॉर्जिया, मालदीव, नामीबिया, पापुआ न्यू गिनी और उज़्बेकिस्तान से आए प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश में 7 मई, 2024 को फतेहपुर सीकरी और आगरा संसदीय क्षेत्र में मतदान को देखा। विदेशों से आए गणमान्य व्यक्तियों को इन दोनों संसदीय क्षेत्र में पड़ने वाले ताज महल और फतेहपुर सीकरी के अद्भुत वास्तुशिल्प को दिखाया गया। उन्हें मतदान दिवस और मतदान दिवस से एक दिन पहले चुनाव संबंधी विभिन्न व्यवस्थाओं/गतिविधियों से अवगत कराया गया। दौरे पर आए इन देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के सदस्यों के बीच इस बात पर सर्वसम्मति थी कि भारत में चुनाव प्रक्रिया शांतिपूर्ण, समावेशी और सुलभ थी।

गुजरात राज्य में– फिजी, ऑस्ट्रेलिया, रूस, मेडागास्कर, किर्गिज गणराज्य के प्रतिनिधियों ने अहमदाबाद में लोकसभा आम चुनाव, 2024 के लिए मतदान से पूर्व की व्यवस्था और मतदान प्रक्रिया देखी। प्रतिनिधिमंडल डबल लॉक सिस्टम वाले स्ट्रांग रूम और ईवीएम की प्रभावी सुरक्षा सुनिश्चित करने वाले सशस्त्र पुलिस कर्मियों की तैनाती से प्रभावित हुआ। अहमदाबाद पूर्वी संसदीय क्षेत्र के साणंद विधानसभा क्षेत्र में महिला प्रबंधित मतदान केंद्रों की भी सराहना की गई। उन्होंने कहा कि इससे महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ता है और उनकी भागीदारी बढ़ती है। बुजुर्ग मतदाताओं की मदद के लिए स्वयंसेवकों के साथ-साथ सभी स्थानों पर रैंप और व्हीलचेयर की सुविधा की भी काफी सराहना की गई। दृष्टिबाधित दिव्यांग मतदाताओं के लिए ब्रेल बैलेट पेपर की अवधारणा को भी दृष्टिबाधित लोगों की मदद के लिए एक अच्छी पहल के रूप में पसंद किया गया।

महाराष्ट्र राज्य में– बांग्लादेश, श्रीलंका, कजाकिस्तान और जिम्बाब्वे के चुनाव प्रबंधन निकायों के प्रतिनिधियों ने महाराष्ट्र में रायगढ़ संसदीय क्षेत्र का दौरा किया और चुनाव पूर्व व्यवस्था, मतदान दलों के फैलाव और अन्य लाजिस्टिक्स को नजदीक से देखा। इन प्रतिनिधियों ने भारतीय चुनावों के विभिन्न पहलुओं के बारे में जिला चुनाव अधिकारी, रिटर्निंग अधिकारी, पीठासीन अधिकारियों और चुनाव संबंधित अन्य अधिकारियों के साथ बातचीत की। ये प्रतिनिधि मतदान केंद्रों पर पारदर्शिता उपायों से प्रभावित हुए।

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी : संकलनकर्ता, लेखक, कवि, स्तंभकार, चिंतक, कानून लेखक, कर विशेषज्ञ

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय लोकसभा चुनाव 2024 की पारदर्शिता विश्वसनीयता की सराहना। लोकसभा चुनाव 2024 की प्रत्यक्ष रूप से मतदान प्रक्रिया को देखकर, अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों ने प्रसन्नता व्यक्त की। अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों का भारतीय मतदाताओं की लोकतांत्रिक आदर्शों को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्धता और अटूट विश्वास से प्रभावित होना, गर्व की बात है।

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